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अमेरिका में विदेशी छात्रों पर नई सख्ती? वीजा अवधि सीमित करने की योजना तैयार

अमेरिका में पढ़ाई कर रहे अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक और बुरी खबर सामने आई है. अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (DHS)ने एक नया नियम प्रस्तावित किया है, जो उनके वीजा की अवधि को सीमित कर सकता है. यह प्रस्ताव छात्रों की मौजूदा स्थिति जहां वे पढ़ाई पूरी होने तक रह सकते हैं—को बदलकर एक निश्चित समयसीमा में बांधने की कोशिश करता है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर फिर सख्ती? DHS के नए प्रस्ताव से बढ़ सकती है वीज़ा अवधि की अनिश्चितता
अंतरराष्ट्रीय छात्रों को पहले ही अमेरिका में ‘अवैध’ SEVIS रिकॉर्ड टर्मिनेशन और एफ‑1 वीज़ा रद्दीकरण जैसे झटके झेलने पड़े हैं. अब अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (DHS) ने एक नया नियम प्रस्तावित किया है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. यह नियम वीज़ा की ‘ड्यूरेशन ऑफ स्टेटस’ व्यवस्था को खत्म कर निश्चित अवधि तय करने का प्रावधान करता है.


यह प्रस्ताव अंतिम अनुमोदन से पहले व्हाइट हाउस के तहत काम करने वाले ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (OMB) के पास विचाराधीन है. वीजा नियमों में बदलाव की यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है, और विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इसे इंटरिम फाइनल रूल के तौर पर तुरंत लागू भी किया जा सकता है.

DHS के प्रस्ताव में क्या है नया

फिक्स्ड वीजा पीरियड: अब तक छात्र अपनी पढ़ाई के दौरान वैध स्टेटस बनाए रखते हुए अनिश्चितकाल तक रह सकते थे. प्रस्तावित नियम उनके वीजा पर एक तय एक्सपायरी डेट ठोकेगा.

आवेदन का झंझट: तारीख खत्म होने से पहले छात्रों को हर कुछ माह या साल में स्टेटस एक्सटेंशन के लिए आवेदन करना पड़ेगा, जिससे समय और पैसा दोनों खर्च होंगे.

OMB मंजूरी के बाद का रास्ता

फेडरल रजिस्टर में पब्लिश होने पर नियम के मसौदे पर 30–60 दिन की सार्वजनिक टिप्पणी ली जाएगी.

हालांकि, ‘इंटरिम फाइनल रूल’ की स्थिति में बिना टिप्पणी के नियम तुरंत प्रभावी हो सकता है.

अंतिम मुहर के बाद विश्वविद्यालयों और छात्रों को नई शर्तों के तहत वीजा एक्सटेंशन प्रक्रिया अपनानी होगी.

‘ड्यूरेशन ऑफ स्टेटस’ से ‘फिक्स्ड पीरियड’ तक का सफर

"वर्तमान में, अंतर्राष्ट्रीय छात्र तब तक अमेरिका में रह सकते हैं, जब तक वे स्वीकृत कार्यक्रमों में अपना पूर्णकालिक छात्र का दर्जा बनाए रखते हैं. इसे 'स्थिति की अवधि' कहा जाता है. ट्रंप प्रशासन इसे रहने की पूर्वनिर्धारित अवधि में बदलना चाहता है. अपने वीज़ा पर एक निश्चित समाप्ति तिथि के साथ, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को समय-समय पर विस्तार के लिए आवेदन करना होगा," - राजीव एस. खन्ना, प्रबंध वकील, Immigration.com

छात्रों पर संभावित असर

इससे छात्रों के लिए अतिरिक्त अनावश्यक देरी, वित्तीय बोझ और अनिश्चितता पैदा होगी. यह देखते हुए कि स्थिति विस्तार अनुरोध की प्रक्रिया में औसतन कुछ महीने लग सकते हैं, इस प्रकार के प्रतिबंधात्मक विनियमन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए

राजीव एस. खन्ना का बयान

प्रक्रिया में देरी: USCIS में पहले से लंबित आवेदनों की भीड़ बढ़ेगी.

आर्थिक बोझ: हर एक्सटेंशन के लिए फॉर्म फीस, वकील शुल्क और बायोमेट्रिक पर अतिरिक्त खर्च.

मानसिक तनाव: पढ़ाई और शोध के बीच छात्र वीजा अनिश्चितता से जूझेंगे.

2020 की कोशिश याद है?

यह पहला अवसर नहीं है जब ट्रंप प्रशासन ने वीज़ा अवधि सीमित करने की योजना बनाई हो. 2020 में भी ऐसा ही मसौदा पेश किया गया था, लेकिन तीखी आलोचना और कानूनी चुनौतियों के बाद इसे ठंडे बस्ते में डालना पड़ा था.

‘ओवरस्टे’ बहाना या हकीकत?

अमेरिकी विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग का तर्क है कि छात्र ओवरस्टे बड़ी समस्या है, जबकि आंकड़े कुछ और कहते हैं. "छात्रों का ओवरस्टे केवल एक धोखा है, 2023 में छात्र और एक्सचेंज विजिटर (जे वीजा) के लिए ओवरस्टे की कुल दर केवल 3.6% थी. प्रस्तावित कदम कोई समाधान नहीं है, वास्तव में प्रत्येक वीज़ा विस्तार के आसपास की अनिश्चितता, अंतर्राष्ट्रीय छात्र समुदाय या अमेरिकी शैक्षिक क्षेत्र के लिए अच्छा नहीं होगा,"

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02 July 2025, 09:11 AM IST

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