खून से रंग गई सीमा... तालिबान के हमले से बिलबिलाया पाकिस्तान, सऊदी अरब और कतर से बचाने की लगाई गुहार
Pakistan-Taliban conflict : पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच सीमा पर हिंसक झड़पें हुई हैं, जिसमें दोनों पक्षों को भारी नुकसान पहुंचा है. पाकिस्तान ने कतर और सऊदी अरब से मध्यस्थता के लिए मदद मांगी है. तालिबान ने पाकिस्तानी हमलों का जवाब देते हुए कई सैनिकों और टैंकों पर कब्जा किया है. इस बीच, तालिबान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा चल रही है, जो क्षेत्रीय कूटनीति में महत्वपूर्ण साबित हो रही है.

Pakistan-Taliban conflict : अफगान तालिबान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हुई तीव्र झड़पों ने दोनों देशों के रिश्तों में गंभीर तनाव पैदा कर दिया है. मंगलवार की रात शुरू हुई गोलीबारी में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ है, जिसमें कई सैनिक और नागरिक घायल तथा मारे गए हैं. इस हिंसा ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र को खून से रंग दिया है. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हिंसा बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि तालिबान ने पाकिस्तानी हमलों का कड़ा जवाब दिया है.
PAK ने कतर और सऊदी अरब से मांगी मदद
तालिबान विदेश मंत्री की भारत की पहली यात्रा पर
इस विवाद के बीच तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत की पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं. उनकी भारत यात्रा को दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए कूटनीतिक संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है. उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात कर अफगानिस्तान-भारत संबंधों को मजबूत करने और भारतीय हितों के समर्थन का आश्वासन दिया. इस समय सीमा पर जारी तनाव ने क्षेत्रीय कूटनीति में नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं.
दोनों देशों द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने स्पिन बोल्डक जिले में भारी हथियारों से गोलाबारी कर कई नागरिकों को मारा और घायल किया. पीड़ितों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इसके जवाब में तालिबान ने पाकिस्तान के सैनिकों को मार गिराने और उनके हथियारों व टैंकों पर कब्जा करने का दावा किया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में तालिबान के लड़ाके पाकिस्तानी टैंक पर सवार दिखाई दे रहे हैं. दूसरी ओर, पाकिस्तान ने तालिबान पर सीमा चौकियों पर हमले का आरोप लगाया और बताया कि उसने उन हमलों को नाकाम कर दिया, जिसमें कई तालिबान लड़ाके मारे गए.
क्षेत्रीय तनाव के बढ़ते खतरे और समाधान की दिशा
पाकिस्तान और तालिबान के बीच यह टकराव न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है. दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित करने के लिए कतर और सऊदी अरब की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. हालांकि अभी भी बातचीत के लिए कोई स्पष्ट समाधान नजर नहीं आ रहा है, लेकिन क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण दोनों पक्षों को जल्द शांति की ओर कदम बढ़ाने की आवश्यकता है. इस तनाव से सीमा क्षेत्र की सामान्य जनता पर भी भारी असर पड़ा है, जिसे देखते हुए मानवीय सहायता और सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए.
इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान-तालिबान संबंधों को गहरे संकट में डाल दिया है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए नए सवाल उठाए हैं. भविष्य में राजनीतिक समझौते और कूटनीतिक प्रयासों के बिना इस तनाव को खत्म करना मुश्किल होगा.


