ट्रंप की कोशिशें फेल, न रूस मान रहा न यूक्रेन,1282 दिन बाद भी युद्ध की आग बरकरार
रूस-यूक्रेन युद्ध को थामने की कोशिश में डोनाल्ड ट्रंप ने दो बार सीजफायर की कोशिश की, लेकिन दोनों बार नाकाम रहे. जंग का मैदान गर्म है रूस के हवाई हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे और यूक्रेन पीछे हटने को तैयार नहीं. ऊपर से यूरोपीय देशों के बयान आग में घी डालने का काम कर रहे हैं. जिससे शांति की उम्मीद और धुंधली होती जा रही है.

Russia-Ukraine War: 30 अगस्त 2025 को रूस-यूक्रेन युद्ध और भी उग्र हो गया जब रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए. जिसकी पुष्टि यूक्रेनी वायु सेना ने की. इन हमलों में जापोरिझिया, ड्नीप्रो, चेर्निहिव, लुत्स्क और चेरकासी जैसे शहरों को निशाना बनाया गया. यह हमले रूस के लगातार हवाई हमलों और यूक्रेन के खिलाफ बढ़ते आक्रामक रुख को दर्शाते हैं. जिससे शांति की कोशिशें और भी विफल होती जा रही हैं.
रूस के ताजा हमले और उनके प्रभाव
क्रेन के ड्नीप्रो शहर में 30 अगस्त को सुबह के समय कई धमाके हुए, जापोरिझिया में एक रिहायशी इमारत पर रूस ने हमलाकर कम से कम तीन लोगों को घायल कर दिया. रूस ने सुबह करीब 5 बजे के आस-पास पूर्वी यूक्रेन के शहरों पर दूसरी बार मिसाइलें दागी और यूक्रेन के लगभग सभी इलाकों में हवाई हमलों की चेतावनी जारी कर दी. यह हमला 28 अगस्त को कीव पर हुए बड़े हमले के दो दिन बाद हुआ. जिसमें 25 नागरिकों की मौत हो गई थी और 63 लोग घायल हुए थे. रूस के इन हमलों ने शांति की कोई उम्मीद नहीं छोड़ी और यूक्रेन में युद्धविराम की कोई संभावना फिलहाल दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही है.
ट्रंप के प्रयासों के बावजूद शांति वार्ता पर रोक
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता की कोशिश की थी लेकिन इन प्रयासों कोई असर नही दिखा है. रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के शांति प्रस्तावों को स्वीकार नहीं करेगा. यूक्रेन भी अब अपनी सुरक्षा गारंटी के मसौदे को अंतिम रूप देने की तैयारी कर रहा है. जिससे अगले सप्ताह एक और कूटनीतिक प्रयास हो सकता है लेकिन इसके परिणाम अनिश्चित ही हैं.
फ्रांस के राष्ट्रपति की टिप्पणियों पर रूस की कड़ी प्रतिक्रिया
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पिछले सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बारे में की गई तीखी टिप्पणियों से रूस को नाराज कर दिया है. मैक्रों ने एक इंटरव्यू में पुतिन को राक्षस और शिकारी करार दिया. जिससे रूस भड़क गया. रूस के विदेश मंत्रालय ने इन टिप्पणियों को अपमानजनक और अश्लील बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की. रूस ने कहा कि इस प्रकार की भाषा किसी राष्ट्राध्यक्ष के लिए सही नही है.
रूस और यूक्रेन युद्ध में आगे की राह
जैसे-जैसे रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध बढ़ता जा रहा है शांति की कोई संभावना नहीं दिखती. यूरोपीय देशों और अमेरिका द्वारा रूस पर दबाव डालने के बावजूद, रूस अपनी आक्रामक नीतियों पर कायम है. इस बीच, यूक्रेन के सामने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने और रूस के हमलों से बचने का सबसे बड़ा सवाल है. रूस के लगातार हमले और शांति वार्ता की विफलता ने संघर्ष को और भी लंबा और गंभीर बना दिया है और इसके परिणाम दुनिया भर में बड़े राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव डाल सकते हैं.


