
जेलेंस्की की सत्ता से विदाई तय! ट्रंप-पुतिन मुलाकात से पहले डगमगाई कुर्सी, यूक्रेन संकट में नया मोड़!
यूक्रेन-रूस युद्ध अब एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है. अमेरिका और रूस की बढ़ती नजदीकियां यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए संकट बन सकती हैं. ट्रंप के हालिया बयानों और रूस-अमेरिका की गुप्त बैठकों से संकेत मिल रहे हैं कि शांति समझौते से पहले यूक्रेन में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है.

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अमेरिकी राजनीति के नए समीकरण सामने आ रहे हैं. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बढ़ती नजदीकियों से यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की चिंताएं बढ़ गई हैं. अब ट्रंप ने खुलकर कहा है कि जेलेंस्की को अपनी लोकप्रियता को परखने के लिए यूक्रेन में चुनाव कराना चाहिए. इससे पहले पुतिन भी चुनाव की मांग कर चुके हैं, जिससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि यूक्रेन में सत्ता परिवर्तन तय है.
इस बीच, सऊदी अरब में हुई रूस और अमेरिका की अहम बैठक में यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया, जिससे जेलेंस्की की स्थिति और कमजोर हो गई है. अब खबर है कि ट्रंप और पुतिन की जल्द मुलाकात होने वाली है, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि यूक्रेन में शांति समझौते से पहले जेलेंस्की को कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है.
रूस-अमेरिका की दोस्ती से जेलेंस्की पर बढ़ा दबाव
यूक्रेन युद्ध को लेकर सऊदी अरब में हुई उच्चस्तरीय बैठक में अमेरिका और रूस के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, लेकिन यूक्रेन को इसमें शामिल नहीं किया गया. इस बैठक में चार अहम बिंदुओं पर सहमति बनी, जिनमें से एक यह भी था कि युद्ध समाप्ति के लिए उच्च स्तरीय वार्ताकार नियुक्त किए जाएंगे. इस फैसले से जेलेंस्की पर दबाव और बढ़ गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की की लोकप्रियता पर भी सवाल उठाए. उन्होंने दावा किया कि यूक्रेनी नेता की लोकप्रियता सिर्फ 4% रह गई है, इसलिए यूक्रेन को अब चुनाव कराकर जनता की राय लेनी चाहिए.
यूक्रेन को चुनाव कराने की सलाह, जेलेंस्की की वैधता पर सवाल
रूस और राष्ट्रपति पुतिन लगातार यह सवाल उठा रहे हैं कि जेलेंस्की का कार्यकाल मई 2024 में खत्म हो चुका है, लेकिन युद्ध के कारण नए चुनाव नहीं कराए गए. अब अमेरिका भी इसी ओर इशारा कर रहा है. ट्रंप ने कहा कि अगर जेलेंस्की को भरोसा है कि जनता उनके साथ है, तो उन्हें चुनाव कराकर अपनी वैधता साबित करनी चाहिए. ट्रंप के इस बयान के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि यूक्रेन में राजनीतिक बदलाव की जमीन तैयार की जा रही है.
ट्रंप और पुतिन की जल्द मुलाकात, क्या होगा कोई बड़ा फैसला?
डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वो इस महीने के अंत तक व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच 90 मिनट की फोन पर बातचीत भी हो चुकी है. हालांकि, ट्रंप ने यह नहीं बताया कि यह बैठक सऊदी अरब में होगी या फिर रूस और अमेरिका में. इस बैठक से पहले ही यूक्रेन में सत्ता परिवर्तन की चर्चाएं तेज हो गई हैं.
यूरोपीय देशों की शांति सेना की एंट्री?
ट्रंप ने कहा कि अगर यूरोपीय देश यूक्रेन में शांति सेना भेजना चाहते हैं, तो अमेरिका को इससे कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि अमेरिका इस मिशन में शामिल नहीं होगा.
क्या जेलेंस्की की विदाई तय?
यूक्रेन में जेलेंस्की के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है. हाल ही में एक सर्वे में पाया गया कि सिर्फ 40% लोग उन पर भरोसा करते हैं, जबकि यूक्रेन आर्मी के पूर्व जनरल वालेरी जालुजनी की लोकप्रियता 72% तक पहुंच चुकी है.
जेलेंस्की ने जालुजनी को यूक्रेन से दूर रखने के लिए लंदन में राजदूत नियुक्त कर दिया, जिससे यह साफ हो गया कि उन्हें अपनी कुर्सी का खतरा महसूस हो रहा है.
रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि अगर जेलेंस्की की वैधता का मुद्दा हल हो जाता है, तो पुतिन बातचीत के लिए तैयार हैं. इसका मतलब साफ है कि अगर यूक्रेन में नया नेतृत्व आता है, तो रूस शांति वार्ता को लेकर अधिक गंभीर हो सकता है.