जेलेंस्की ने खुद चुना लड़ाई का रास्ता, ट्रंप ने युद्ध के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति को ठहराया दोषी
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर एक विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को रूस के आक्रमण का विरोध करने के लिए जिम्मेदार ठहराया. फॉक्स न्यूज के साथ साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की ने जानबूझकर युद्ध की राह चुनी और इसके परिणामस्वरूप लाखों लोगों की जान चली गई.

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक साक्षात्कार में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की को रूस के आक्रमण का विरोध नहीं करना चाहिए था और यह निर्णय पूरी तरह से गलत था. ट्रम्प ने यूक्रेन और रूस के बीच शक्ति असंतुलन का हवाला देते हुए कहा कि ज़ेलेंस्की को समझौते की बजाय युद्ध के रास्ते को चुनने की कोई आवश्यकता नहीं थी.
उनका मानना था कि ज़ेलेंस्की को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक समझौते की कोशिश करनी चाहिए थी, जो युद्ध को टालने में मदद कर सकता था. ट्रम्प ने कहा कि वह इस संघर्ष को जल्द ही सुलझा सकते थे, लेकिन ज़ेलेंस्की ने खुद ही युद्ध के लिए संघर्ष करने का रास्ता चुना.
ट्रम्प का युद्ध पर संदेहपूर्ण दृष्टिकोण
डोनाल्ड ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा, "ज़ेलेंस्की एक बहुत बड़ी और शक्तिशाली ताकत से लड़ रहे थे, और रूस की सैन्य शक्ति ने इस संघर्ष को निरर्थक बना दिया था." उन्होंने यह भी कहा कि ज़ेलेंस्की को अपनी लड़ाई को जारी नहीं रखना चाहिए था क्योंकि वह एक शक्तिशाली विरोधी से मुकाबला कर रहे थे, और इस संघर्ष को टालने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता किया जा सकता था.
ज़ेलेंस्की का विरोध गलत था
ट्रम्प के अनुसार, ज़ेलेंस्की का यह निर्णय गलत था कि उन्होंने रूस के आक्रमण का विरोध किया और युद्ध को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, "मैं आसानी से एक समझौता कर सकता था, लेकिन ज़ेलेंस्की ने तय किया कि 'मैं लड़ना चाहता हूँ'." इस बयान से ट्रम्प का यह इशारा था कि यूक्रेन ने खुद ही संघर्ष को बढ़ावा दिया और रूस के साथ समझौता करने की कोशिश नहीं की.
अमेरिकी प्रतिक्रिया और भविष्य की रणनीतियां
ट्रम्प ने यह भी कहा कि अगर रूस इस युद्ध को जल्द समाप्त नहीं करता है, तो अमेरिका रूस पर "भारी टैरिफ" और "बड़े प्रतिबंध" लगाएगा. इसका उद्देश्य रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए मजबूर करना होगा. हालांकि, ट्रम्प का दृष्टिकोण और बिडेन की नीति में बड़ा अंतर है. जहां बिडेन ने ज़ेलेंस्की की आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया, वहीं ट्रम्प ने युद्ध को टालने की बजाय इसे बढ़ावा देने के लिए ज़ेलेंस्की को जिम्मेदार ठहराया.
बिडेन और ट्रम्प के दृष्टिकोण का अंतर
जहां एक ओर ट्रम्प ने ज़ेलेंस्की को रूस के साथ समझौता करने की सलाह दी, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने यूक्रेन को लगातार सहायता दी और रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए. बिडेन का दृष्टिकोण ज़ेलेंस्की के आत्मरक्षा के अधिकार को समर्थन देने वाला है, जबकि ट्रम्प का मानना है कि ज़ेलेंस्की को रूस के साथ कोई समझौता कर लेना चाहिए था.
संघर्ष की गंभीरता और विनाशकारी प्रभाव
यूक्रेन-रूस युद्ध ने दोनों देशों में भारी विनाश मचाया है, जिसमें सैकड़ों हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं. यह संघर्ष न केवल मानवीय दृष्टिकोण से, बल्कि वैश्विक राजनीति पर भी गहरा प्रभाव डाल चुका है. ट्रम्प के बयान ने युद्ध के अंत को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि बिडेन सरकार ने ज़ेलेंस्की के नेतृत्व की प्रशंसा की है.


