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आपके नाश्ते में छिपा है पेट की समस्या से बचाव का राज, आजमाएं ये टिप्स!

क्या आपका नाश्ता ही आपके दिनभर पेट फूलने की वजह बन रहा है? चिंता न करें! अपनी लाइफस्टाइल में कुछ आसान बदलाव और स्वादिष्ट घर का बना खाना अपनाकर आप इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Healthy Breakfast : आपकी सुबह की शुरुआत आपके पूरे दिन की रफ्तार, ऊर्जा और मूड को आकार देती है, और इसका असर हमेशा साफ नहीं दिखता। आज की दुनिया में, जहां डेस्क जॉब का बोलबाला है, नींद की कमी को अजीब तरह से स्टेटस सिंबल माना जाता है, और भागदौड़ भरी जिंदगी रुकने का नाम नहीं लेती, पेट की समस्याएं होना कोई आश्चर्य नहीं। लेकिन अगर आप अपनी जीवनशैली पर थोड़ा ध्यान दें, तो बदलाव मुमकिन है! यही वजह है कि दिन का आपका पहला भोजन चाहे वह हल्का नाश्ता हो या भरपेट खाना पेट फूलने और पाचन को दुरुस्त रखने में गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

सही नाश्ता आपकी डाइजेशन की कुंजी है

पेट फूलना एक आम समस्या है, जो अक्सर खराब जीवनशैली के कारण होती है, और नाश्ता आपके स्वास्थय की देखभाल शुरू करने का एक अच्छा तरीका है। उनके अनुसार, नाश्ते में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा का संतुलित मात्रा में होना चाहिए ताकि शरीर को सभी आवश्यक पोषण मीस सके. प्रोटीन की मात्रा भोजन में लगभग 20 ग्राम होनी चाहिए (यदि वजन 60किलोग्राम है)। कार्ब्स से ऊर्जा सुचारू रूप से मिलती है जिससे दिनभर थकान कम होती है।

पेट-फूलने से बचाव में 'बायोटिक्स' की भूमिका

  • पेट फूलना कम करने में प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स बहुत मददगार हैं।

  • प्रीबायोटिक्स, घुलनशील फाइबर होते हैं जो सब्ज़ियों में पाए जाते हैं और पेट में अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक्स) को खिलाते हैं।

  • प्रोबायोटिक्स, जैसे दही और इडली में मौजूद जीवित बैक्टीरिया, आंत के माइक्रोबायोम को मजबूत बनाते हैं, पाचन सुधरता है और सूजन कम होती है.

सही नाश्ते के सुझाव

  • इडली और डोसा- हल्के, किण्वित और पाचन में आसान.

  • रोटी- अधिकांश भारतीयों की डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए उपयुक्त.

  • बेसन का चीला/ढोकला: प्रोटीन से भरपूर, हल्का, पेट के लिए सुरक्षित.

  • अंडे- नाश्ते के लिए उत्कृष्ट प्रोटीन विकल्प.

  • दही के साथ फल- प्रोबायोटिक्स और प्राकृतिक शर्करा से भरपूर संयोजन.

आजकल गट (आंत) हेल्थ पर खास ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि यह सिर्फ पाचन नहीं बल्कि संतुलित इम्यूनिटी, मूड, ऊर्जा और त्वचा तक प्रभावित करती है. शोध बताते हैं कि स्वस्थ आंत सूजन को कम करती है, जिससे गैर-संचारी बीमारियों का जोखिम भी घटता है. 

जीवनशैली में अपनाएं ये छोटे बदलाव

  • जंक और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं

  • ताजा, घर का बना भोजन खाएं

  • अपने ट्रिगर फूड (जैसे दूध, गेहूं, दालें) पहचानें और उन्हें कम करें

  • दिन में 4–5 बार हल्का-हल्का भोजन करें

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19 July 2025, 05:32 PM IST

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