बल्ड का गाढ़ा होना क्यों है खतरनाक? जानें कारण, लक्षण और बचाव के तरीके
हमारे शरीर का सही रूप से काम करना तभी संभव है जब ब्लड फ्लो सही रहेगा, लेकिन कभी-कभी खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे कई परेशानियां शुरू हो सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों होता है और इसके पीछे के कारण क्या हैं.

Thick Blood Symptoms and Prevention: हमारे शरीर में ब्लड का सामान्य रूप से बहना सेहत के लिए बेहद जरूरी है. अगर खून गाढ़ा होने लगे तो यह न सिर्फ ब्लड फ्लो को धीमा कर देता है, बल्कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड क्लॉट जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ा देता है. अक्सर लोग इसे केवल एक मेडिकल कंडीशन समझते हैं, जबकि हकीकत यह है कि खून का गाढ़ा होना गलत खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल से भी जुड़ा होता है.
विशेषज्ञों के अनुसार जब शरीर में जरूरी विटामिन्स और न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है या पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पिया जाता, तब ब्लड की क्वालिटी प्रभावित होने लगती है. समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
ब्लड गाढ़ा क्यों होता है?
खून में प्लेटलेट्स, रेड ब्लड सेल्स और प्लाज्मा का संतुलन बिगड़ने पर यह स्टिकी और गाढ़ा हो सकता है. इसकी प्रमुख वजह शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी है.
पानी की कमी
आयरन की कमी
आयरन हीमोग्लोबिन बनाने के लिए जरूरी है. इसकी कमी से ब्लड में ऑक्सीजन लेवल घटता है और खून गाढ़ा होने लगता है.
विटामिन B12 और फोलेट की कमी
ये पोषक तत्व रेड ब्लड सेल्स बनाने के लिए आवश्यक हैं. इनकी कमी से क्लॉटिंग का रिस्क बढ़ जाता है.
ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी
ओमेगा-3 ब्लड को पतला रखकर फ्लो को स्मूथ बनाने में मदद करता है. इसकी कमी खून को गाढ़ा कर सकती है.
विटामिन E की कमी
विटामिन E एक नैचुरल ब्लड थिनर है. इसकी कमी से ब्लड क्लॉट बनने और थ्रॉम्बोसिस का खतरा बढ़ जाता है.
खून गाढ़ा होने से बढ़ने वाले खतरे
हार्ट अटैक: आर्टरीज ब्लॉक हो सकती हैं.
ब्रेन स्ट्रोक: ब्लड क्लॉट बनने से दिमाग तक खून का प्रवाह रुक सकता है.
डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT): पैरों की नसों में खून जम सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर: खून गाढ़ा होने से आर्टरीज पर दबाव बढ़ता है.
बचाव के उपाय
रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.
डाइट में हरी सब्जियां, फल, मछली और नट्स शामिल करें.
आयरन, विटामिन B12 और फोलेट युक्त भोजन करें.
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं.
नियमित व्यायाम करें और वजन नियंत्रित रखें.
डॉक्टर की राय
कार्डियोलॉजिस्ट बताते हैं कि ब्लड थिक होना हल्की समस्या नहीं है. अगर शरीर में पानी या जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाए तो ब्लड क्लॉट बनने का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है. ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे डिहाइड्रेशन से बचें, बैलेंस्ड डाइट लें और रेगुलर हेल्थ चेकअप कराते रहें. शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना जरूरी है.
सीधे शब्दों में कहें तो खून का गाढ़ा होना कई गंभीर बीमारियों की जड़ हो सकता है. इसका बड़ा कारण पानी, विटामिन्स और जरूरी पोषक तत्वों की कमी है. सही समय पर संतुलित आहार और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.


