स्पेशल
क्या वास्तव में बूढ़ा हो रहा है भारत? रिपोर्ट में हुआ खुलासा
India Ageing: यूएनएफपीए की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक भारत की बुजुर्ग आबादी में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है. यह 2050 तक कुल आबादी का 20% से अधिक हो सकती है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 40% से अधिक बुजुर्ग गरीब संपत्ति वर्ग में आते हैं, जिसमें लगभग 18.7% बुजुर्ग बिना आय के जीवन यापन कर रहे हैं.
जब एक पेड़ के लिए महाराज से लड़ गए थे बिश्नोई, 300 से भी ज्यादा लोगों ने दे दी थी अपनी जान
Bishnoi community: बिश्नोई समुदाय का प्रकृति प्रेम और संरक्षण की प्रेरक कहानियां हाल ही में सलमान खान के ब्लैकबक शिकार मामले के संदर्भ में चर्चा में आई हैं. 1730 में, जोधपुर के महाराजा अभय सिंह के आदेश पर खेजड़ी के पेड़ों की रक्षा के लिए 363 बिश्नोई लोगों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया. आज भी बिश्नोई समुदाय अपने पूर्वजों की विरासत को याद करते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित है.
2 October: एक खास दिन, गांधीजी और शास्त्रीजी का जन्मदिन - दो महान नेताओं की प्रेरणा!
गांधीजी और शास्त्रीजी दोनों का जन्मदिन 2 अक्टूबर को मनाया जाता है, जो एक खास अवसर है. दोनों ही नेताओं ने भारत की आजादी और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. गांधीजी ने अहिंसा और सत्य का संदेश दिया जबकि शास्त्रीजी ने सादगी और साहस का परिचय दिया. इस दिन हमें उनकी शिक्षाओं को याद करने और अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा मिलती है. जानें कैसे ये दोनों नेता आज भी हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं!
क्या आप जानते हैं 1 अक्टूबर का दिन क्यों है खास? इस दिन एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन-तीन अवसर आते है एक साथ!
1 October: क्या आप जानते हैं 1 अक्टूबर को क्या खास है? इस दिन अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस, विश्व शाकाहारी दिवस और वृद्धजन दिवस मनाए जाते हैं. ये तीनों मौके हमें जागरूक करने और सकारात्मक बदलाव लाने का मौका देते हैं. कॉफी की खुशबू से लेकर शाकाहार के फायदों तक और बुजुर्गों के सम्मान तक—ये दिन कई महत्वपूर्ण संदेश लेकर आते हैं. जानें कैसे ये दिवस हमें एक नई दिशा देते हैं और समाज में जागरूकता फैलाने में मदद करते हैं. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें!
नरेंद्र मोदी का 74वां जन्मदिन: तीन बार के पीएम के फैसलों से देश की दिशा में बड़ा बदलाव!
नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को 74 वर्ष के हो जाएंगे और 75वें वर्ष में प्रवेश करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने तीन बार लगातार सत्ता में आकर भारतीय राजनीति में अनूठा रिकॉर्ड कायम किया है. उनकी सरकार ने बालाकोट एयरस्ट्राइक, नोटबंदी, लॉकडाउन और आर्टिकल 370 जैसे निर्णायक फैसले लिए हैं. ये फैसले न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि देश की दिशा को भी बदलने वाले साबित हुए हैं. आज उनके जन्मदिन पर जानिए मोदी के इन क्रांतिकारी कदमों और उनके प्रभाव के बारे में.
कहानी सरबजीत की... जो हर दिन की तरह खेत पर हल लेकर गया और फिर कभी लौटा ही नहीं
ये कहानी तब की है जब पंजाब में आतंकवाद काफी ज्यादा था. उस समय पाकिस्तान से लगती पंजाब की सरहद पर तब कंटीली बाड़ नहीं थी..जिसको बाद उनको रॉ का जासूस बता कर गिरफ्तार कर लिया गया था. उस समय सरबजीत नशे में पाकिस्तान पहुंच गए थे.
कौन था इब्न बतूता, किस मकसद आया भारत और क्यों भागा; यहां जानें पूरी कहानी
Ibn Battuta: इब्न बतूता का जन्म 24 फरवरी 1304 ई. को उत्तर अफ्रीका के मोरक्को के तांजियर में हुआ था. अपनी यात्रा के दौरान वह मक्का-मदीना, ईरान, क्रीमियां, खीवा, बुखारा होता हुआ अफगानिस्तान के रास्ते भारत के सिंध प्रांत में 1334 ई. में पहुंचा.
घर की इन बातों को लेकर अक्सर लड़ते-झगड़ते रहते थे महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी
Kasturba Gandhi Death Anniversary: कस्तूरबा गांधी का जन्म 11 अप्रैल 1869 को पोरबंदर में हुआ था. उनके पिता गोकुलदास कपाड़िया अनाज कपड़े और कपास के जाने माने व्यापरी थे और गांधी जी के पिता करमचंद के बहुत करीबी थे. महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी की सगाई सात साल की उम्र में और शादी 13 साल की उम्र में हुई थी.