कॉकरोच, एक्सपायर फूड, सड़ी सब्जियां... हैदराबाद के रेस्टोरेंट की हालत देख उड़ जाएंगे होश
Hyderabad restaurant raids: हैदराबाद के कई मशहूर रेस्तरां में खाद्य सुरक्षा नियमों की बड़े पैमाने पर अनदेखी सामने आई है. 3 फरवरी 2025 को किए गए निरीक्षण में अधिकारियों को एक्सपायर फूड आइटम्स, गंदगी, कॉकरोच संक्रमण और गंदी किचन मिलीं.

Hyderabad restaurant raids: हैदराबाद के नारायणगुडा और लकडीकापुल इलाकों में स्थित कई रेस्तरां की हालत बेहद चिंताजनक पाई गई है. 3 फरवरी 2025 को, खाद्य सुरक्षा टास्क फोर्स ने इन प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया, जिसमें अस्वच्छ परिस्थितियों और खाद्य सुरक्षा मानकों के गंभीर उल्लंघनों का खुलासा हुआ. जांच के दौरान अधिकारियों को रसोई में कॉकरोच का प्रकोप, एक्सपायर हो चुके खाद्य पदार्थ और सड़ी हुई सब्जियां मिलीं. कई स्थानों पर गंदगी और दुर्गंध फैली हुई थी, जिससे ग्राहकों की सेहत को खतरा हो सकता है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने इस निरीक्षण के दौरान पाया कि कुछ प्रतिष्ठानों में सिंथेटिक खाद्य रंगों का भी अनुचित उपयोग किया जा रहा था. इसके अलावा, रेस्तरां कर्मचारियों के पास न तो उचित प्रशिक्षण था और न ही स्वास्थ्य से जुड़े प्रमाणपत्र. अधिकारियों ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है.
होटल अशोका में मिले कॉकरोच
होटल अशोका में जांच के दौरान अधिकारियों को कई चौंकाने वाली चीजें मिलीं. रसोई में कॉकरोचों का संक्रमण था, जिससे भोजन की स्वच्छता पर सवाल उठता है. इसके अलावा, होटल में बड़ी मात्रा में एक्सपायर खाद्य पदार्थ पाए गए. इनमें रोज़मेरी, जिसकी समाप्ति तिथि सितंबर 2023 थी, और कटे हुए चिकन, जो जनवरी 2025 में एक्सपायर हो चुके थे, शामिल थे. इन सभी खाद्य सामग्रियों को तुरंत फेंक दिया गया.
𝗛𝗼𝘁𝗲𝗹 𝗔𝘀𝗵𝗼𝗸𝗮, 𝗟𝗮𝗸𝗱𝗶𝗸𝗮𝗽𝘂𝗹
— Commissioner of Food Safety, Telangana (@cfs_telangana) February 3, 2025
03.02.2025
* Kitchen walls and floor were found to be untidy. Foul smell observed.
* Cockroach infestation was observed in the kitchen.
* Vessels in kitchen and refrigerator were found to be rusty.
* Synthetic food colours was… pic.twitter.com/SNCZ3G0WKE
अधिकारियों ने यह भी पाया कि यहां सड़े हुए बैंगन और फूलगोभी का भंडारण किया गया था. साथ ही, भोजन तैयार करने के दौरान सिंथेटिक खाद्य रंगों का इस्तेमाल हो रहा था. रसोई की दीवारें और फर्श अस्वच्छ स्थिति में थे, और वहां से दुर्गंध आ रही थी. इसके अलावा, रेफ्रिजरेटर और रसोई में रखे कुछ बर्तन जंग लगे हुए थे, जिससे खाद्य सुरक्षा को गंभीर खतरा था.
खाद्य सुरक्षा नियमों की अनदेखी
टास्क फोर्स के अनुसार, होटल में 140 से अधिक कर्मचारी कार्यरत होने के बावजूद FoSTaC (खाद्य सुरक्षा प्रमाणन) प्रशिक्षित पर्यवेक्षक नहीं था. अधिकारियों ने यह भी पाया कि इस प्रतिष्ठान में जल विश्लेषण रिपोर्ट उपलब्ध नहीं थी, जो कि खाद्य सुरक्षा मानकों के तहत आवश्यक होती है.
भारतीय दरबार रेस्तरां में भी सामने आए गंभीर उल्लंघन
उसी दिन, खाद्य सुरक्षा टीम ने नारायणगुडा स्थित भारतीय दरबार रेस्तरां का भी निरीक्षण किया. यहां भी अधिकारियों ने सिंथेटिक खाद्य रंगों के इस्तेमाल को लेकर गंभीर आपत्तियां दर्ज कीं. निरीक्षण के दौरान उन्हें एक्सपायर हो चुके मसाले, जैसे कि जीरा पाउडर, मसाला पाउडर, विभिन्न फ्लेवर वाले सिरप और मिर्च के गुच्छे मिले, जिन्हें तत्काल नष्ट कर दिया गया.
Task force team has conducted inspections in Narayanaguda area on 03.02.2025.
— Commissioner of Food Safety, Telangana (@cfs_telangana) February 3, 2025
𝗜𝗻𝗱𝗶𝗮𝗻 𝗗𝘂𝗿𝗯𝗮𝗿 𝗥𝗲𝘀𝘁𝗮𝘂𝗿𝗮𝗻𝘁, 𝗡𝗮𝗿𝗮𝘆𝗮𝗻𝗮𝗴𝘂𝗱𝗮
* Food handlers were found without aprons in kitchen area.
* Boiled eggs were found placed near drains without any covering.… pic.twitter.com/Z9KnuCVHm4
रेस्तरां में स्वच्छता को लेकर भी कई समस्याएं सामने आईं. टीम ने पाया कि रसोई में गंभीर कॉकरोच संक्रमण था. इसके अलावा, फफूंद से संक्रमित सड़े हुए टमाटर, हरी मिर्च और गाजर भी यहां मौजूद थे. अधिकारियों ने इन्हें तुरंत हटवा दिया.
भोजन की सुरक्षा पर लापरवाही
निरीक्षण में यह भी खुलासा हुआ कि रेस्तरां में उबले हुए अंडे बिना किसी ढक्कन के नालियों के पास रखे हुए थे. रेफ्रिजरेटर में रखे कई खाद्य पदार्थों पर उनकी निर्माण और उपयोग की तारीख नहीं लिखी गई थी, जिससे उनकी गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं. खाने को संभालने वाले कर्मचारियों ने एप्रन नहीं पहने हुए थे, और उनके लिए जरूरी मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र और कीट नियंत्रण रिकॉर्ड भी रेस्तरां प्रबंधन के पास उपलब्ध नहीं थे.
जुबली हिल्स के प्रतिष्ठानों में भी खराब हालात
इससे पहले, खाद्य सुरक्षा टास्क फोर्स ने जुबली हिल्स इलाके में भी कई रेस्तरां और बार का निरीक्षण किया था. वहां भी असुरक्षित खाद्य भंडारण, एक्सपायर हो चुके खाद्य पदार्थ और रिकॉर्ड की कमी जैसी समस्याएं सामने आई थीं.