दिल्ली ब्लास्ट के बाद फरीदाबाद में बड़ी कार्रवाई, 50 किलो विस्फोटक सामग्री के साथ दो संदिग्ध गिरफ्तार
हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर 50-60 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की. यह कार्रवाई दिल्ली में हुए धमाके के एक दिन बाद की है. इससे पहले, कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल शकील और अदील अहमद राथर के पास से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री मिली थी.

नई दिल्ली : हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और 50-60 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की. यह घटना दिल्ली में हुए एक ब्लास्ट के ठीक एक दिन बाद हुई, जिसमें नौ लोग मारे गए थे. पुलिस के मुताबिक, यह विस्फोटक सामग्री आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाली थी और इसका मक्सद दिल्ली जैसे बड़े शहरों में बड़े हमलों को अंजाम देना हो सकता था.
आपको बता दें कि इससे पहले, फरीदाबाद के दो किराए के कमरों में से 2,900 किलो विस्फोटक और ज्वलनशील सामग्री भी बरामद की गई थी. इस सामान की बरामदगी कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल शकील के कब्जे से हुई थी. शकील और उनके साथी कश्मीरी डॉक्टर अदील अहमद राथर को गिरफ्तार किया गया. दोनों के नाम बड़े आतंकी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद से जुड़े हुए हैं. पुलिस का दावा है कि शकील और राथर ने एक "व्हाइट-कॉलर टेरर" मॉड्यूल का हिस्सा होने की पुष्टि की है, जिसका नेटवर्क जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश और हरियाणा तक फैला हुआ था.
नेटवर्क शिक्षित और पेशेवर आतंकवादियों का था
व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल का मतलब ऐसे पेशेवर लोगों से है, जो अपनी उच्च शिक्षा और पेशेवर पृष्ठभूमि का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए करते हैं. यह नेटवर्क मुख्य रूप से उच्च शिक्षित और पेशेवर आतंकवादियों का था, जो अपनी पहचान और पेशेवर कवर का उपयोग कर देश में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे थे.
सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता
पुलिस ने बताया कि यह गिरफ्तारी और विस्फोटक सामग्री की बरामदगी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि यदि ये सामग्री गलत हाथों में जाती, तो इससे देश के कई हिस्सों में गंभीर परिणाम हो सकते थे. फिलहाल, जांच जारी है और पुलिस आतंकवादी मॉड्यूल के अन्य सदस्यों का पता लगाने की कोशिश कर रही है.


