ऑफिस में घिनौनी करतूत, अधिकारी ने मांगा पानी, चपरासी ने थमा दी पेशाब की बोतल, फिर...
ओडिशा के गजपति जिले में ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग के एक चपरासी को उस समय गिरफ्तार किया गया जब उस पर अपने वरिष्ठ अधिकारी को पानी की जगह पेशाब से भरी बोतल देने का आरोप लगा. अधिकारी ने अंधेरे में अनजाने में उसे पी लिया और बीमार पड़ गए. लैब जांच में तरल दूषित पाया गया. ठीक होने के बाद अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपी गिरफ्तार हुआ.

ओडिशा के गजपति जिले में एक अजीब और चौंकाने वाली घटना सामने आई है. जहां, ग्रामीण जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग में कार्यरत एक चपरासी ने अपने विरष्ठ अधिकारी को पानी की बोतल के जगह पेशाब से भरी बोतल पकड़ा दी. हालांकि, इस मामले में आरोपी चपरासी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
रात के समय ड्यूटी पर थे अधिकारी और चपरासी
थकावट की वजह से नहीं समझ पाए
सचिन गौड़ा ने शिकायत में बताया कि जब उन्होंने बोतल से पानी पिया, तो वे रोशनी कम होने और काम के दबाव के कारण यह पहचान नहीं सके कि बोतल में क्या है. कुछ समय बाद उन्हें तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें अहसास हुआ कि उन्होंने पेशाब पी लिया है.
अस्पताल में भर्ती, लैब टेस्ट में पुष्टि
गंभीर रूप से बीमार पड़ने के बाद उन्हें इलाज के लिए MKCG मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, बेरहामपुर में भर्ती किया गया. उन्होंने बोतल से लिए गए सैंपल की लैब जांच करवाई, जिसमें अमोनिया की मात्रा सामान्य से अधिक पाई गई. इससे पुष्टि हुई कि पानी में गंभीर प्रदूषण था.
अन्य दो कर्मचारी भी हुए बीमार
गौड़ा ने यह भी बताया कि उनके साथ रहने वाले दो अन्य कर्मचारी भी उसी पानी का सेवन कर चुके थे और उन्हें भी उसकी गुणवत्ता को लेकर संदेह हुआ था.
पुलिस ने की कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार
स्वास्थ्य लाभ के बाद गौड़ा ने औपचारिक रूप से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. रिपोर्ट मिलने के बाद आर उदयगिरी पुलिस ने आरोपी सिबा नारायण नायक को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया.
मामले की जांच जारी
पुलिस ने इस मामले में उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या यह घटना जानबूझकर की गई थी या कोई और कारण था. जांच अभी जारी है.


