चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं ने ‘जहां झुग्गी-वहां मकान’ देने की नहीं, ‘जहां झुग्गी-वहां मैदान’ बनाने की गारंटी दी थी... आतिशी का बड़ा आरोप
दिल्ली के शालीमार बाग और रोहतास नगर की झुग्गियों को हटाने के नोटिस से गरीबों में डर का माहौल है. आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर वादाखिलाफी और गरीब विरोधी नीतियों का आरोप लगाया है. आतिशी, वंदना कुमारी और पार्षदों ने कहा कि बिना वैकल्पिक मकान दिए झुग्गियां तोड़ना अन्याय है. आप ने सड़कों से लेकर विधानसभा तक संघर्ष का ऐलान किया है और गरीबों के साथ खड़े रहने की बात कही है.

दिल्ली में एक बार फिर गरीब बस्तियों पर बुलडोजर चलने की तैयारी शुरू हो गई है. इस बार निशाने पर हैं शालीमार बाग विधानसभा के इंदिरा कैंप और रोहतास नगर का लालबाग. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की विधानसभा क्षेत्र में झुग्गियों को खाली करने का नोटिस चस्पा कर दिया गया है, जिससे वहां रहने वाले गरीब परिवारों में डर और घबराहट का माहौल फैल गया है.
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि भाजपा ने चुनाव से पहले वादा किया था कि जब तक झुग्गीवासियों को मकान नहीं मिलेगा, तब तक कोई भी झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी. लेकिन अब उसी भाजपा की चार इंजन वाली सरकार गरीबों के सिर से छत छीनने पर आमादा है. उन्होंने कहा कि असल में भाजपा ने 'जहां झुग्गी, वहां मकान' नहीं, बल्कि 'जहां झुग्गी, वहां मैदान' की गारंटी दी थी.
इंदिरा कैंप और झुग्गियों में मची अफरा-तफरी
आतिशी ने बताया कि इंदिरा कैंप, जहां के लोग 1990 के दशक से रह रहे हैं, वहां अचानक नोटिस चिपकाया गया कि 15 दिनों में मकान खाली कर दिया जाए, वरना बुलडोजर चलेगा. इसी तरह शहादरा के लालबाग में भी 31 जुलाई तक झुग्गियों को खाली करने का आदेश दिया गया है. दोनों स्थानों पर रह रहे लोगों के पास दिल्ली प्रशासन द्वारा जारी पुराने टोकन और अलॉटमेंट कार्ड हैं, लेकिन इसके बावजूद बेदखली की कार्रवाई की जा रही है.
"दिल्ली को चलाने वाले गरीब ही हैं"
आतिशी ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि ये वही लोग हैं जो दिल्ली की रफ्तार बनाए रखते हैं – घरों, दुकानों और फैक्ट्रियों में काम करते हैं, वाहन चलाते हैं और रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करते हैं. यदि इनके घर उजाड़े गए, तो यही लोग सड़कों पर उतरकर भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. आम आदमी पार्टी गरीबों के हक की लड़ाई सड़क से लेकर विधानसभा तक लड़ेगी.
CM की विधानसभा में ही चल रहा बुलडोजर
पूर्व विधायक वंदना कुमारी ने बताया कि शालीमार बाग के इंदिरा कैंप में दोपहर 2 बजे नोटिस चिपकाई गई, जिसके बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. लोग बेहद डरे हुए हैं और समझ नहीं पा रहे कि 15 दिन में वे कहां जाएंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बार-बार दावा करती हैं कि एक भी झुग्गी नहीं टूटेगी, लेकिन उनकी ही विधानसभा में लगातार बुलडोजर चल रहे हैं.
पूर्वांचली समुदाय को निशाना बना रही है BJP
आप पार्षद जलज चौधरी ने कहा कि उनके वार्ड 55 में स्थित इंदिरा कैंप में रहने वालों की रातों की नींद उड़ गई है. लोगों का कहना है कि भाजपा सरकार पूर्वांचल के लोगों को जानबूझकर निशाना बना रही है, क्योंकि आगामी बिहार चुनाव नज़दीक हैं. चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने झुग्गीवासियों से वादा किया था कि ‘जहां झुग्गी, वहां मकान’ मिलेगा, लेकिन अब हर कोई खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है.
“भविष्य अंधकार में मत धकेलिए”, पांचाल की चेतावनी
रोहतास नगर की पार्षद शिवानी पांचाल ने भी भाजपा पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि उनके इलाके के लालबाग में लोगों को 31 जुलाई तक घर खाली करने का नोटिस मिला है. उन्होंने बताया कि एक छोटी बच्ची ने उनसे पूछा, “अगर घर टूट गया, तो स्कूल कैसे जाएंगे?” शिवानी ने कहा कि भाजपा बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रही है. उन्होंने याद दिलाया कि लालबाग में भाजपा नेताओं ने रातें बिताईं और बच्चों के साथ कैरम खेले, लेकिन अब वे लोग कहां हैं जब उनके घर तोड़े जा रहे हैं?
हर मोर्चे पर लड़ेंगे गरीबों के लिए
आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह गरीबों के हक में न सिर्फ सड़क पर आंदोलन करेगी, बल्कि जरूरत पड़ी तो कोर्ट, विधानसभा और संसद में भी आवाज़ उठाएगी. पार्टी का कहना है कि जब तक गरीबों को वैकल्पिक आवास नहीं मिलता, तब तक किसी भी झुग्गी पर बुलडोजर नहीं चलने दिया जाएगा.
राजनीति से ऊपर उठकर सोचना होगा
इस पूरे घटनाक्रम से यह बात साफ़ हो जाती है कि चुनावी वादे और जमीनी सच्चाई में बड़ा फर्क है. झुग्गीवासियों के पास दस्तावेज़, टोकन, कार्ड होने के बावजूद उन्हें उजाड़ने की प्रक्रिया सवालों के घेरे में है. यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि हजारों गरीब परिवारों के जीवन, शिक्षा और अस्तित्व का सवाल है.


