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कपास पर वापस 11 फीसद इंपोर्ट ड्यूटी लगाई जाए और कपास पर 2100 रुपए प्रति 20 किलो एमएसपी दी जाए- केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर अमेरिकी कपास से इंपोर्ट ड्यूटी हटाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे भारतीय किसानों को भारी नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि सस्ती अमेरिकी कपास के कारण किसानों की फसलें नहीं बिक पाएंगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब होगी. केजरीवाल ने सरकार से 11% ड्यूटी को वापस लगाने, किसानों को उचित एमएसपी देने और सस्ती खाद-बीज पर सब्सिडी देने की मांग की.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Arvind Kejriwal On Modi Government : आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने अमेरिकी कपास पर 11 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी को हटा कर भारतीय किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है. इस फैसले से अमेरिकी कपास भारत में सस्ती हो जाएगी, जिससे भारतीय किसानों को नुकसान होगा और उनकी फसलें बिकने में मुश्किलें आएंगी. केजरीवाल ने इस पर सवाल उठाया कि मोदी सरकार अमेरिकी दबाव में क्यों झुकी है.

कीमतों में गिरावट से किसानों की हालत खराब होने का खतरा

केजरीवाल ने बताया कि मोदी सरकार ने 19 अगस्त से अमेरिकी कपास पर ड्यूटी हटा दी है, जिससे अब अमेरिका से आने वाली कपास 15-20 रुपये प्रति किलो सस्ती हो जाएगी. इससे भारतीय किसानों को अपनी फसल की कीमत में भारी गिरावट का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि इस निर्णय के कारण किसानों को अपनी कपास का सही मूल्य नहीं मिलेगा, और वे आत्महत्या करने को मजबूर हो सकते हैं. केजरीवाल ने सरकार से मांग की कि 11 प्रतिशत ड्यूटी वापस लगाई जाए और किसानों को 2100 रुपये प्रति 20 किलो के हिसाब से एमएसपी दी जाए.

US के दबाव में भारत की किसानों की कीमतें गिर रही हैं
केजरीवाल ने यह भी बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने कपास की कीमत को 2500 रुपये प्रति मन करने की बात की थी, लेकिन आज कपास की कीमत केवल 1200 रुपये प्रति मन रह गई है. उन्होंने कहा कि अब जब अमेरिकी कपास सस्ती हो जाएगी, तो भारतीय किसानों को 900 रुपये प्रति मन से भी कम कीमत मिल सकती है. इसके बाद उन्होंने सवाल उठाया कि मोदी सरकार अमेरिका के दबाव में इतनी बेबस क्यों है?

अमेरिका के साथ व्यापार में मोदी सरकार का कमजोर रुख
केजरीवाल ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जबकि अन्य देशों ने अमेरिका के खिलाफ पलटवार किया. उन्होंने उदाहरण दिया कि जब अमेरिका ने यूरोपीय संघ और कनाडा पर टैरिफ लगाया, तो उन देशों ने अमेरिका के खिलाफ टैरिफ बढ़ाए और अंत में अमेरिका ने झुककर उन टैरिफ को वापस लिया. केजरीवाल ने मोदी सरकार से मांग की कि अमेरिका से आने वाली कपास पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाए, ताकि ट्रंप को जवाब दिया जा सके.

मोदी सरकार को अमेरिकी दबाव के खिलाफ सख्त कदम उठाने की सलाह
केजरीवाल ने मोदी सरकार को सलाह दी कि वह ट्रंप के सामने सीना तान कर खड़ी हो और अमेरिका को आंख दिखाए, क्योंकि भारतीय जनता ट्रंप के खिलाफ खड़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि मोदी जी अगर अमेरिका को जवाब देते हैं, तो पूरा देश उनके साथ खड़ा रहेगा. इसके अलावा, केजरीवाल ने कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप है, क्योंकि उसे किसानों और हीरा कारीगरों से कोई सरोकार नहीं है. उनका आरोप था कि कांग्रेस भाजपा की "नौकरी" कर रही है.

किसानों और हीरा कारीगरों के साथ धोखा
केजरीवाल ने यह भी कहा कि केवल कपास ही नहीं, बल्कि ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से गुजरात के लाखों हीरा कारीगर बेरोजगार हो गए हैं. वे बेरोजगार हो गए हैं क्योंकि अमेरिका ने भारत से जाने वाले हीरे पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है, लेकिन मोदी सरकार ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया. केजरीवाल ने सरकार से मांग की कि वह किसानों और कारीगरों के हित में कठोर कदम उठाए और अमेरिकी कपास पर 11 प्रतिशत ड्यूटी को वापस लागू करे.

अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं, खासकर अमेरिकी कपास से जुड़ी इंपोर्ट ड्यूटी में छूट को लेकर. उन्होंने भारतीय किसानों और हीरा कारीगरों के हित में तत्काल सुधार की मांग की, साथ ही मोदी सरकार से अमेरिकी दबाव के खिलाफ मजबूत कदम उठाने की अपील की. केजरीवाल का कहना है कि यह निर्णय देश के किसानों और कारीगरों के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है.

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07 September 2025, 08:18 PM IST

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