कभी रेप की धमकी तो कभी बदनाम करने की... ठग चुकी 23 लाख, महिला से तंग आकर क्लब मालिक ने कर ली खुदकुशी
इंदौर के शोशा क्लब के मालिक भूपेंद्र रघुवंशी ने आत्महत्या कर ली, और इसके पीछे ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है. मृतक ने सुसाइड नोट में महिला इति तिवारी को जिम्मेदार ठहराया, जिसने उसे रेप केस में फंसाने और बदनाम करने की धमकी दी थी. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. इस घटना से मानसिक उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग की गंभीरता पर सवाल उठे हैं.

Crime News Madhya Pradesh: इंदौर शहर में शोशा क्लब के मालिक भूपेंद्र रघुवंशी की मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी. परिवार वालों के अनुसार, भूपेंद्र ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने एक महिला को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया. यह मामला अब पुलिस की जांच के दायरे में आ चुका है, और इससे जुड़ी कई चिंताजनक बातें सामने आ रही हैं.
भूपेंद्र का आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट
ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न का आरोप
वही भूपेंद्र के परिवार ने बताया कि इति तिवारी पिछले कुछ महीनों से भूपेंद्र को ब्लैकमेल कर रही थी. महिला ने भूपेंद्र से पहले 23 लाख रुपये ऐंठे थे और इसके बाद भी वह और अधिक पैसों की मांग कर रही थी. इसके अलावा, वह भूपेंद्र को गालियां देती और धमकियां देती थी. महिला की यह हरकत भूपेंद्र के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रही थी, और उनकी मानसिक स्थिति खराब हो चुकी थी.
मुंबई शिफ्ट होने के बाद भी जारी रही धमकियां
इति तिवारी पहले इंदौर में रहती थी, लेकिन बाद में नौकरी के सिलसिले में मुंबई शिफ्ट हो गई. बावजूद इसके, उसने भूपेंद्र से ब्लैकमेलिंग का सिलसिला बंद नहीं किया. वह मुंबई से भी उन्हें फोन करके धमकियां देती रही और मानसिक उत्पीड़न जारी रखा. महिला की धमकियों के कारण भूपेंद्र लगातार तनाव में थे, जिससे उनकी हालत और खराब हो रही थी.
पुलिस की कार्रवाई और जांच
भूपेंद्र के परिवार ने घटना के बाद पुलिस से संपर्क किया, और इस मामले में अन्नपूर्णा थाना में मर्ग दर्ज किया गया. पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है. अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भूपेंद्र की आत्महत्या ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न के कारण हुई थी या फिर कोई अन्य कारण था. पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ जांच पूरी करने का दावा कर रही है.
यह घटना ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न की गंभीर समस्या को उजागर करती है, जो आजकल कई लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है. पुलिस जांच के बाद इस मामले में सच्चाई सामने आ सकेगी, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


