डिप्रेशन की अफवाहें बेबुनियाद हैं...मुकुल देव की मौत पर राहुल देव का बड़ा बयान
अभिनेता मुकुल देव के असमय निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई. उनकी मौत को लेकर डिप्रेशन की अटकलें लगाई जा रही थी, जिन्हें अब उनके भाई राहुल देव ने सिरे से खारिज कर दिया है. राहुल ने बताया कि मुकुल की मौत का असली कारण खराब खान-पान और अकेलापन था, ना कि मानसिक बीमारी.

अभिनेता मुकुल देव के अचानक निधन की खबर ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री को सदमे में डाल दिया. उनकी मौत को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, खासकर मानसिक स्वास्थ्य और डिप्रेशन से जोड़कर. अब उनके भाई और अभिनेता राहुल देव ने इन सभी अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए साफ किया है कि मुकुल की मौत का कारण डिप्रेशन नहीं, बल्कि उनकी बिगड़ी हुई खान-पान की आदतें थी.
राहुल देव ने एक इंटरव्यू में भावुक होकर कहा कि वे अपने भाई को "एक खत्म होते इंसान" के रूप में नहीं, बल्कि "एक सुपर चार्मिंग, बुद्धिमान और संवेदनशील व्यक्ति" के रूप में याद रखना चाहते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि मुकुल बीते कुछ सालों में अकेलेपन से जूझ रहे थे, लेकिन डिप्रेशन की बातें पूरी तरह गलत हैं.
ICU में 8 दिन तक रहे भर्ती
राहुल देव ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को दिए इंटरव्यू में बताया, "वह आठ दिन से ज्यादा समय तक आईसीयू में भर्ती रहे. डॉक्टर्स के मुताबिक, यह सब उनकी खराब डाइट की वजह से हुआ. आखिरी चार-पांच दिनों में तो उन्होंने खाना बिल्कुल बंद कर दिया था. हां, वह अकेला महसूस करता था, जिंदगी में रुचि खो चुका था... कई कामों के ऑफर्स ठुकरा देता था. अब जब सारे रीति-रिवाज पूरे हो चुके हैं, तो सच्चाई समझ आ रही है और दर्द भी गहराता जा रहा है."
पिता की देखभाल के लिए दिल्ली में शिफ्ट हुए थे मुकुल
राहुल ने बताया कि मुकुल 2019 में अपने बीमार पिता की देखभाल के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गए थे. उसी साल उनके पिता का निधन हो गया. इसके बाद 2023 में उनकी मां भी चल बसीं. परिवार की इन दो बड़ी क्षतियों के बाद मुकुल और ज्यादा अकेले हो गए थे. उन्होंने खुद को लेखन में डुबो लिया था और सामाजिक जीवन से लगभग कट चुके थे.
राहुल ने कहा कि मुकुल अपनी बेटी को बहुत मिस करते थे और खुद की देखभाल बिल्कुल नहीं कर रहे थे. अकेलेपन में जीना उनके लिए मुश्किल हो गया था.
डिप्रेशन की अफवाहों पर राहुल देव का जवाब
मुकुल की मौत के बाद सोशल मीडिया और मीडिया में यह चर्चा तेज़ हो गई कि वे डिप्रेशन से जूझ रहे थे. इस पर राहुल देव ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जो लोग अब बोल रहे हैं, वे तो पिछले कई सालों से संपर्क में भी नहीं थे. वे कहते हैं कि वह अनफिट था, लेकिन वह हाफ-मैराथन दौड़ता था. हां, वजन बढ़ गया था — जब कोई खुद की परवाह करना बंद कर देता है, तो असर दिखता है... लेकिन 2019 से 2024 तक कौन था जो उसके संपर्क में था? क्या किसी ने अस्पताल में जाकर उसे देखा या उसकी प्रेयर मीट में शिरकत की?"
“मुकुल को fade होते शख्स के तौर पर याद न करें”
राहुल ने अंत में कहा कि वे चाहते हैं कि लोग मुकुल को एक कमजोर, थक चुका या fade होता शख्स न समझें, बल्कि एक आकर्षक, होशियार और भावुक इंसान के रूप में याद रखें. वह एक बेहद आकर्षक, बुद्धिमान और संवेदनशील व्यक्ति थे. मैं चाहता हूं कि उन्हें इसी लिए याद किया जाए.
मुकुल देव का करियर और आखिरी फिल्म
मुकुल देव ने ‘घरवाली ऊपरवाली’, ‘कसक’, ‘कुमकुम’, ‘एसएसएसएच... फिर कोई है’ जैसे टीवी शोज़ से लेकर ‘यमला पगला दीवाना’, ‘सन ऑफ सरदार’, ‘जय हो’ और ‘आर... राजकुमार’ जैसी फिल्मों में दमदार भूमिकाएं निभाईं. उनकी आखिरी फिल्म Son of Sardaar 2 है, जो अभी रिलीज नहीं हुई है. उनका निधन 23 मई को दिल्ली में हुआ और अंतिम संस्कार वहीं किया गया.


