'अब एक नई सामान्य स्थिति है, पाकिस्तान जितनी जल्दी इसे समझ लेगा, उतना ही बेहतर होगा', भारत का सख्त संदेश
भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा कि भारत की आतंकवाद पर नीति अब 'नई सामान्य स्थिति' पर आधारित है. विदेश मंत्रालय ने चेताया कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश इसके दुष्परिणामों से नहीं बच सकता. प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को निर्णायक बताया और कहा कि भारत हर आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा. भारत का स्पष्ट संदेश है कि आतंक और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते.

भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की हालिया टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने स्पष्ट किया कि भारत की आतंकवाद के प्रति नीति अब एक "नई सामान्य स्थिति" बन चुकी है और इस्लामाबाद को भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि वह इस नीति के परिणामों से बच सकता है.
आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के लिए चेतावनी
जायसवाल ने कहा, "जो देश औद्योगिक स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा देता है, वह अगर यह सोचता है कि वह इसके दुष्परिणामों से बच जाएगा, तो वह खुद को धोखा दे रहा है." उन्होंने यह भी कहा कि जिन आतंकवादी ढांचों को भारत ने निशाना बनाकर नष्ट किया, वे केवल भारतीयों की ही नहीं, बल्कि विश्व भर के कई निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार थे.
डार के दावों का खंडन
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने CNN को दिए साक्षात्कार में दावा किया था कि पाकिस्तान की हालिया सैन्य कार्रवाई आत्मरक्षा में की गई थी. उनका यह बयान भारत द्वारा 7 मई को चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में आया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया था. डार ने भारत की कार्रवाई को "युद्ध की कार्यवाही" करार दिया और भारत पर कश्मीर में "आधिपत्य स्थापित करने" की कोशिश का आरोप लगाया.
भारत ने फिर दोहराया अपना रुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने पहले राष्ट्रीय संबोधन में कहा था, "हमने केवल अपना जवाब रोका है. ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ संघर्ष में एक नई रेखा खींच दी है." प्रधानमंत्री ने यह भी दोहराया कि भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल को स्वीकार नहीं करेगा और हर आतंकी हमले का सख्त जवाब दिया जाएगा.
संघर्ष विराम के बीच स्पष्ट संदेश
वर्तमान में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम लागू है, लेकिन भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि यदि भविष्य में कोई उकसावा हुआ, तो उसकी जवाबी कार्रवाई त्वरित और निर्णायक होगी. विदेश मंत्रालय के अनुसार, “आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते. पाकिस्तान को अब यह समझना होगा कि भारत अब पहले की तरह सहनशील नहीं रहेगा.”
परमाणु धमकी को नहीं स्वीकारेगा भारत
इशाक डार द्वारा परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से इंकार करने के बावजूद, भारत ने स्पष्ट किया कि परमाणु धमकी या ब्लैकमेल की कोई गुंजाइश नहीं है. नई दिल्ली ने यह रुख अपनाया है कि हर आतंकी हमला केवल एक सुरक्षा चुनौती नहीं बल्कि संप्रभुता पर सीधा आक्रमण है, जिसका उत्तर उसी तीव्रता से दिया जाएगा.


