TMC vs BJP: बंगाल में महिला की मौत पर सियासत गरम, सुकांत मजूमदार ने ममता सरकार पर साधा निशाना
TMC vs BJP: सोमवार को बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में 27 वर्षीय महिला की मौत के बाद तृणमूल और भाजपा के बीच तकरार शुरू हो गई है. भाजपा की लोकसभा सांसद सुकुंता मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बंगाल को महिलाओं के लिए नरक बनाने का आरोप लगाया है. कुणाल घोष ने तृणमूल की ओर से पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि "कुछ लोग मौत को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं."

TMC vs BJP: पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले में सोमवार को एक 27 वर्षीय महिला की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. इस हादसे के बाद यह मामला अब सियासी तकरार का कारण बन गया है. भाजपा ने इस घटना को महिलाओं की सुरक्षा से जोड़ा, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने इसे एक 'ट्रैफिक दुर्घटना' करार दिया.
अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या यह महज सड़क हादसा था या अपराध? इसी बात को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल महिलाओं के लिए "नरक" बन चुका है, वहीं टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने इन आरोपों को 'तथ्यों से परे' बताया.
BJP का आरोप - बंगाल में महिलाएं असुरक्षित
बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बंगाल में हर दिन महिलाओं के खिलाफ भयानक अपराध हो रहे हैं, लेकिन सरकार चुप है. अपराधियों को बचाया जा रहा है. इस घटना में भी एक महिला को राष्ट्रीय राजमार्ग पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और उसकी जान चली गई. पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए जीता-जागता नरक बन चुका है. सुकांत मजूमदार ने कोलकाता के आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ पिछले साल हुए बलात्कार और हत्या का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह सरकार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है और महिलाओं की सुरक्षा पूरी तरह खतरे में है.
BJP के आरोप पर TMC की पलटवार
बीजेपी के इन आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि "कुछ लोग इस मामले को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं. अगर कोई उत्पीड़न हुआ है तो दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन पुलिस जांच में यह एक ट्रैफिक दुर्घटना साबित हुई है. इसका कानून-व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं है." कुणाल घोष ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा, "पहले कहा गया कि महिला कुछ लोगों की भद्दी टिप्पणियों से बचने के लिए भाग रही थी और इसी वजह से हादसा हुआ. लेकिन पुलिस जांच में यह पूरी तरह एक ओवरटेकिंग का मामला निकला."
हादसे के दिन क्या हुआ था ?
स्थानीय पुलिस के अनुसार, मृतक महिला, जो एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करती थीं, अपनी कार से बिहार के गया जा रही थी. इसी दौरान पानागढ़ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर उनकी कार एक अन्य वाहन से 'रेसिंग' करने लगी और पलट गई. कुछ चश्मदीदों का दावा है कि जिस कार में महिला यात्रा कर रही थीं, उसे कुछ लोगों ने पीछा किया और भद्दे कमेंट किए, जिससे बचने के प्रयास में उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हालांकि, पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह सामने आया है कि महिला की कार दूसरी गाड़ी का पीछा कर रही थी, ना कि उससे बच रही थी.
परिवार ने जताई नाराजगी
मृतक महिला की मां तनुश्री चटर्जी ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए और कांकसा पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की मौत के जिम्मेदार लोग अब भी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि उनकी बेटी के साथ मौजूद सहकर्मियों को पुलिस ने घंटों तक हिरासत में रखा. "मेरी बेटी मर चुकी है और जिन लोगों की वजह से यह हुआ वे अभी भी आजाद घूम रहे हैं," उन्होंने कहा. प्रदर्शन के बाद पुलिस ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया, तब जाकर भीड़ शांत हुई.
क्या होगा आगे?
फिलहाल इस मामले की जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हादसा वास्तव में एक ट्रैफिक दुर्घटना था या इसके पीछे कोई आपराधिक साजिश थी. वहीं, इस घटना ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.


