अगले हफ्ते पुतिन से मिल सकते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, यूक्रेन से युद्ध समाप्ति पर हो सकती है चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की संभावित मुलाकात यूक्रेन-रूस युद्ध समाप्ति की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है. ट्रंप ज़ेलेंस्की से भी मिलने को तैयार हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री ने सतर्कता बरती है, जबकि व्हाइट हाउस ने शिखर बैठक की संभावना जताई है.

Ukraine-Russia war: अमेरिका और रूस के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं. यह मुलाकात 2022 में शुरू हुए यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास मानी जा रही है. यदि यह बैठक होती है, तो यह किसी मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके रूसी समकक्ष के बीच युद्ध शुरू होने के बाद पहली आमने-सामने की बातचीत होगी.
पुतिन से मिलने को तैयार ट्रंप
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने पुष्टि की कि रूस की ओर से ट्रंप से मिलने की इच्छा जताई गई है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की दोनों से मिलने को तैयार हैं. हालांकि, इस संबंध में क्रेमलिन ने अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने जताई आशंका
हालांकि इस प्रस्तावित मुलाकात को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने थोड़ी सतर्कता बरती है. उन्होंने कहा कि अभी इस बैठक के लिए कई चरण बाकी हैं और ऐसी किसी भी वार्ता के सार्थक होने के लिए ठोस आधार की आवश्यकता होगी. उन्होंने आगे कहा कि यह अभी शुरुआती दौर है और कई बड़ी कूटनीतिक बाधाएं अभी शेष हैं.
पुतिन-ज़ेलेंस्की बैठक की भी संभावना
व्हाइट हाउस के मुताबिक, ट्रंप-पुतिन बैठक के अलावा पुतिन और जेलेंस्की के बीच भी एक संभावित शिखर सम्मेलन हो सकता है. यदि ऐसा होता है तो यह दोनों नेताओं की 2019 के बाद पहली सीधी बैठक होगी. ट्रंप ने इस संबंध में कहा कि बहुत जल्द एक अहम बैठक होने की अच्छी संभावना है.
यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की कोशिश
जनवरी में सत्ता में वापसी के बाद से ट्रंप यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की से कई दौर की वार्ताएं की हैं, लेकिन अब तक पुतिन से आमने-सामने की मुलाकात नहीं हो सकी है. ट्रंप ने हाल ही में एक विवादास्पद निर्णय लेते हुए रूस से तेल, गैस और हथियारों की खरीद करने वाले देशों पर आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए हैं, जिसमें भारत भी शामिल है.


