score Card

जापान इस गांव से आती है डरावनी आवाजें, खौफनाक है इसका इतिहास, जो गया वो नहीं लौटा वापस

दुनिया में कुछ जगह ऐसे हैं, जहां जाना तो दूर की बात है सुनकर ही लोगों के रूंह कांप जाती है. आज हम आपको एक ऐसे ही गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां वास्तविकता का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है. यह एक ऐसा गांव है, जहां सरकार ने चेतावनी दी है कि यदि आप यहां कदम रखते हैं, तो आप कभी वापस नहीं लौटेंगे. तो चलिए इस गांव के बारे में बताने जा रहे हैं.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

दुनिया में कुछ ऐसी रहस्यमयी और खौ़फनाक जगहें हैं, जिनके बारे में सुनकर ही रौंगटे खड़े हो जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे लेकर लोग तरह-तरह की कहानियाँ सुनते आए हैं. यह गांव केवल एक स्थान नहीं, बल्कि एक खौ़फनाक कहानी का हिस्सा बन चुका है. यह गांव जापान में स्थित है जिसका नाम  इनुनाकी है.

इस गांव के बाहर एक  साइन बोर्ड लगाया गया है जिस पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया है कि जापान का अधिकार क्षेत्र यहीं समाप्त हो जाता है. इसका मतलब यह है कि जैसे ही आप अंदर कदम रखते हैं, आप जापान में नहीं रहेंगे. इनुनाकी गांव की यह भयानक और रहस्यमय प्रतिष्ठा इसे जापान के सबसे डरावने स्थानों में से एक है. यह गांव अपनी दिल दहला देने वाली कहानियों और खौ़फनाक घटनाओं के लिए मशहूर है. चलिए इस गांव की किंवदंती और इसके पीछे छिपे भयावह सच को जानते हैं.

इनुनाकी गांव का खौफनाक इतिहास

इनुनाकी गांव एक ऐसा स्थान है जहां की रहस्यमयी घटनाएं आज भी लोगों को डराती हैं. यह गांव 1986 में डूब गया था जब इनुनाकी बांध का निर्माण किया गया था. यह पुराना गांव पानी में डूब गया. हालांकि, गांव के भौतिक अस्तित्व के खत्म होने के बावजूद, इसके बारे में फैलने वाली डरावनी कहानियां आज भी जीवित है. आज का इनुनाकी गांव एक छोटे से क्षेत्र में बसा है, लेकिन इसके आस-पास फैली अलौकिक घटनाओं की कहानियाँ अब भी लोगों को आकर्षित करती हैं. यह गांव कोई काल्पनिक या भूतिया स्थल नहीं है, बल्कि एक वास्तविक जगह है, लेकिन यहां से जुड़ी घटनाओं और इसके आसपास के डरावने मिथक इसे एक रहस्यमय और खौफनाक स्थान बना देती है.

काली सुरंग से आती है डरावनी आवाजें

इनुनाकी गांव की काली कहानी का मुख्य केंद्र है यहां की "इनुनाकी सुरंग". यह सुरंग 1954 में यात्रियों के लिए बनाई गई थी, लेकिन जल्द ही यह एक खौफनाक प्रतीक बन गई. 1988 में यहां एक भयावह घटना हुई, जब पांच लोगों ने एक फैक्ट्री कर्मचारी का अपहरण किया, उसे प्रताड़ित किया और फिर जिंदा जलाकर उसकी हत्या कर दी. इस घटना के बाद, सुरंग को एक डरावनी जगह के रूप में पहचान मिली. लोग कहते हैं कि सुरंग की दीवारों के भीतर डरावनी आवाजें सुनाई देती हैं, जैसे किसी की चीखें या भूतिया आकृतियां. आज यह सुरंग खंडहर में तब्दील हो चुकी है, लेकिन फिर भी इसके पास जाने वाले लोग दावा करते हैं कि उन्हें यहां अजीब घटनाएँ देखने को मिलती हैं. क्या यह सिर्फ एक मनगढ़ंत कहानी है, या सच में यहाँ कुछ अलौकिक घटित होता है?

शापित फोन बूथ की डरावनी कहानी

इनुनाकी गांव की सबसे खौफनाक किंवदंतियों में से एक है यहां स्थित "शापित फोन बूथ". यह फोन बूथ पुराने इनुनाकी पुल के पास स्थित है और इसे एक भूतिया स्थल माना जाता है. स्थानीय अफवाहों के मुताबिक, अगर आप ठीक 2 बजे इस फोन बूथ के पास खड़े होते हैं, तो यह बजने लगता है और जब आप इसे उठाते हैं, तो एक अज्ञात आवाज़ आपको गांव के करीब जाने का आग्रह करती है. यह फोन बूथ अब भी अपनी डरावनी प्रतिष्ठा को बनाए हुए है, भले ही यह नया दिखाई देता हो. कई लोग कहते हैं कि यहां 2 बजे के आसपास फोन की घंटी बजती है और जो भी यह फोन उठाता है उसे ये आवाज किसी और दुनिया में खींचने की कोशिश करती है. 

गांव के अजीबो-गरीब निवासी: क्या यह सिर्फ मिथक है?

इनुनाकी गांव के बारे में सबसे अजीब और खौफनाक बात यह है कि यहां के निवासी मान्यता प्राप्त जापानी कानूनों का पालन नहीं करते थे. कुछ अफवाहों के अनुसार, गांव के प्रवेश द्वार पर एक साइन बोर्ड लटका हुआ था, जिसमें लिखा था, यहां जापानी संविधान लागू नहीं होता." कहा जाता है कि यहां के लोग बाहरी लोगों से बेहद नफरत करते थे और अपनी जमीन की रक्षा के लिए खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल करते थे. कुछ लोग तो यह भी दावा करते हैं कि यह लोग नरभक्षण करते हैं और जो लोग उनके करीब आते हैं, उन्हें मारकर खा जाते हैं. हालांकि, इस तरह के दावे कभी साबित नहीं हुए, लेकिन इन अफवाहों ने इस गांव की रहस्यमय और खौफनाक प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है.

इनुनाकी गांव की खौफनाक सच्चाई

इनुनाकी गांव की यह डरावनी कहानी आज भी लोगों के दिमाग में एक बड़ा सवाल छोड़ देती है. क्या यह सब केवल कल्पना है या फिर इसमें कोई सच्चाई छिपी हुई है? कई यूट्यूब चैनल्स और डॉक्यूमेंट्री ने इस गांव के बारे में अपनी जानकारी साझा की है, लेकिन किसी भी वास्तविक सबूत के बिना यह सब सिर्फ एक रहस्यमय अफवाह की तरह बना हुआ है.

calender
28 February 2025, 10:17 AM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag