दिल्ली बीजेपी नेता विजय कुमार मल्होत्रा का निधन, 94 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Vijay Kumar Malhotra: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा का निधन हो गया. पांच बार सांसद और दो बार विधायक रहे मल्होत्रा ने दिल्ली में बीजेपी को मजबूत किया. 1999 में उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह को हराया. जनसंघ से बीजेपी तक उनका सफर, नेतृत्व और बेदाग छवि उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाती रही.

Vijay Kumar Malhotra: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली की राजनीति का बड़ा चेहरा रहे विजय कुमार मल्होत्रा का निधन हो गया. उनके राजनीतिक सफर ने भारतीय राजनीति, खासकर दिल्ली में बीजेपी की जड़ों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई.
राजनीतिक सफर की शुरुआत
विजय कुमार मल्होत्रा का जन्म 3 दिसंबर 1931 को लाहौर (तत्कालीन पंजाब प्रांत, ब्रिटिश भारत) में हुआ था. पढ़ाई के बाद वे सक्रिय राजनीति में आए और 1967 में उन्हें मुख्य कार्यकारी पार्षद चुना गया. यह उनके सार्वजनिक जीवन का शुरुआती बड़ा कदम था, जिसने आगे चलकर उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई.
जनसंघ से बीजेपी तक का सफर
मल्होत्रा का राजनीतिक करियर जनसंघ के दौर से ही अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे बड़े नेताओं के साथ जुड़ा रहा. वे 1972 से 1975 तक दिल्ली प्रदेश जनसंघ के अध्यक्ष रहे. आपातकाल के बाद जब जनता पार्टी का गठन हुआ और बाद में बीजेपी बनी, तब भी मल्होत्रा पार्टी के महत्वपूर्ण स्तंभ बने रहे. वे 1977 से 1980 और फिर 1980 से 1984 तक दो बार बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बने. उनके नेतृत्व ने पार्टी को राजधानी की राजनीति में पहचान दिलाई.
सांसद और विधायक के रूप में योगदान
विजय कुमार मल्होत्रा ने अपने लंबे राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पद संभाले. वे पांच बार सांसद और दो बार विधायक चुने गए. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2008 में उन्हें बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी बनाया गया. हालांकि उस समय पार्टी को सफलता नहीं मिली, लेकिन उनकी साफ-सुथरी छवि ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाए रखा.
मनमोहन सिंह को हराने वाली ऐतिहासिक जीत
1999 का आम चुनाव विजय कुमार मल्होत्रा के करियर का ऐतिहासिक क्षण रहा. उन्होंने उस चुनाव में डॉ. मनमोहन सिंह को हराया, जो बाद में भारत के प्रधानमंत्री बने. इस मुकाबले में मल्होत्रा को 2,61,230 वोट, जबकि मनमोहन सिंह को 2,31,231 वोट मिले. यह जीत लगभग 30 हजार मतों के अंतर से दर्ज हुई और बीजेपी के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी गई.
दिल्ली बीजेपी की तिकड़ी में अहम भूमिका
दिल्ली में बीजेपी को मजबूत करने में विजय कुमार मल्होत्रा, केदारनाथ साहनी और मदनलाल खुराना की तिकड़ी की भूमिका हमेशा याद की जाती है. इस तिकड़ी ने दिल्ली की राजनीति में बीजेपी को जमीनी स्तर पर मजबूती दी और संगठनात्मक विस्तार में योगदान दिया.
बेदाग और स्वच्छ छवि वाले नेता
मल्होत्रा को हमेशा एक बेदाग और ईमानदार छवि वाले नेता के रूप में जाना गया. वे न केवल संगठन में लोकप्रिय थे, बल्कि विपक्ष और जनता में भी उनकी साफ-सुथरी छवि का सम्मान किया जाता था. राजनीति में रहते हुए उन्होंने सदैव नैतिकता और सादगी को प्राथमिकता दी.


