Golden Temple को उड़ाने की धमकी देनेवाला सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार...पुलिस जल्द करेगी बड़ा खुलासा
पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर (गोल्डन टेंपल) को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सक्रियता दिखाई. इस मामले में पुलिस ने फरीदाबाद से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे को हिरासत में लिया है, जो गुरुग्राम की एक आईटी कंपनी में काम करता है. उसके लैपटॉप और फोन जब्त कर लिए गए हैं और फॉरेंसिक जांच जारी है.

हाइलाइट
पंजाब के पवित्र स्थल श्री हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार युवक को फरीदाबाद से हिरासत में लिया गया है. युवक पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और गुरुग्राम की एक IT कंपनी में काम करता है.
पंजाब पुलिस ने बताया कि शुभम दुबे नामक युवक को फरीदाबाद से हिरासत में लिया गया है, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और गुरुग्राम की एक आईटी कंपनी में काम करता है. वह फरीदाबाद की जवाहर कॉलोनी में रहता है. पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने पुष्टि की कि युवक से पूछताछ की जा रही है और उसके लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य डिवाइसेज़ को जब्त कर लिया गया है. हालांकि पुलिस अभी इसे आंशिक सफलता मान रही है क्योंकि फॉरेंसिक जांच और तकनीकी पड़ताल अभी बाकी है.
धमकी भरे Email मिलने से मचा हड़कंप
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (SGPC) को आरडीएक्स से धमाके की धमकी भरे कई ईमेल मिले थे. SGPC प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी के अनुसार, 14 जुलाई से अब तक 5 बार धमकी भरे ईमेल आ चुके हैं. इसके बाद गोल्डन टेंपल की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है.
बम निरोधक दस्ता, स्वाट टीम, दंगा नियंत्रण बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैनात कर दी गई हैं ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके.
साइबर अपराध की गहराई में जांच
पुलिस का कहना है कि मामला पूरी तरह से साइबर स्पेस से जुड़ा हुआ है, जहां ईमेल भेजने के लिए विदेशी प्लेटफॉर्म और डार्क नेट का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. कई संदिग्ध तकनीकी पहलुओं पर जांच चल रही है, जैसे कि आईपी एड्रेस छुपाना, फर्जी पहचान, और डार्क वेब से जुड़ी गतिविधियाँ.
गुरप्रीत सिंह ने बताया, “हमने कुछ डिजिटल सुराग पकड़े हैं जिसके आधार पर टीम ने फरीदाबाद जाकर शुभम दुबे को हिरासत में लिया. वह बीटेक पासआउट है और हम सभी चीजों को अच्छे से वेरिफाई कर रहे हैं.”
दक्षिण भारत से लिंक की भी आशंका
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा है कि धमकी वाले ईमेल में इस्तेमाल भाषा और संकेत ऐसे हैं जो दक्षिण भारत से संबंध होने की ओर इशारा करते हैं. यह जांच अभी शुरुआती स्तर पर है, लेकिन बहु-एजेंसी जांच चल रही है, जिससे जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सकता है. डिवाइस की फॉरेंसिक जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि सच में धमकी भेजने के पीछे कौन है और उसका मकसद क्या था.
गिरफ्तारी से हाथ लगे, अहम सुराग
अभी तक इस मामले में जांच पूरी नहीं हुई है. हालांकि, पुलिस ने अभी तक जो भी कदम उठाए हैं, वो एहतियात और सटीकता के साथ किए जा रहे हैं. वहीं, आरोपी शुभम दुबे की हिरासत से कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जनके आधार पर पुलिस आगे की जांच कर रही है.


