मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर कांवड़ियों ने CRPF जवान को जमकर पीटा, देखे वीडियो
मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर टिकट खरीदने को लेकर हुए मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. जहा कांवड़ियों का एक समूह गुस्से में आकर सीआरपीएफ जवान पर टूट पड़ा और उसे लात-घूंसे मारकर बेरहमी से पीटा. यह घटना देखकर हर कोई हैरान है.

Mirzapur Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर रेलवे स्टेशन पर टिकट विवाद के दौरान CRPF जवान की पिटाई का मामला सामने आया है. घटना का CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें भगवा धारी सात कांवड़ियों द्वारा ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर CRPF के जवान की पिटाई की जा रही है. इस आपराधिक कृत्य के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने FIR दर्ज कर सात आरोपियों को हिरासत में लिया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो ने स्टेशन पर अफरातफरी मचा दी. बीआरएमपी प्रभारी निरीक्षक चमन सिंह तोमर ने पुष्टि की कि मारपीट की घटना 11 जुलाई से चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान हुई, और सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उत्तर प्रदेश के एक रेलवे स्टेशन पर कांवड़ियों ने CRPF जवान की बेरहमी से पिटाई कर दी।
बेशर्म संघी इसका भी बचाव करेंगे।
pic.twitter.com/hFSc0ruXNM— Ankit Yadav (@Ankitydv92) July 19, 2025
CCTV में कैद हुई मारपीट की दर्दनाक झलक
वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि भगवा वस्त्रधारी कांवड़िए प्लेटफॉर्म पर खड़े एक CRPF जवान को पकड़कर जमीन पर पटकते हैं, उसके बाद लात-घूंसे बरसाते हैं. वीडियो में एक यात्री एक कांवड़िये को ऐसी भीड़ से बाहर खींचता है, जबकि अन्य लोग घटना को तमाशा बनाकर देखते रहे. आपको उलझता हुआ जवान और भीड़ की हिंसा एक डरावना दृश्य प्रस्तुत कर रही है.
रिकॉर्ड की गई FIR और कानूनी कार्रवाई
RPF ने इस शिकायत पर FIR संख्या 411/25 से 413/25 दर्ज की है। आरोपियों पर भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 145 और 147 के तहत मुकदमा चलाया गया है. पुलिस निरीक्षक चमन सिंह तोमर ने बताया कि सभी सात आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद उनकी पहचान की गई और बाद में उन्हें न्यायिक प्रकिया के तहत जमानत पर भी छोड़ा गया.
घटना उस समय की है जब भगवान शिव की भक्तों की वार्षिक कांवड़ यात्रा चल रही थी. जो श्रावण माह के दौरान बरसों चली आ रही एक धार्मिक परंपरा है. कांवड़िए नंगे पैर चलते हैं, गंगा जल भरते हैं और मंदिरों तक जाते हैं. संभवत ट्रेन टिकट को लेकर जवान और श्रद्धालुओं के बीच बहस के कारण विवाद हिंसात्मक रूप ले गया.
यात्री प्रतिक्रिया और RPF‑की बचाव कार्रवाई
जब घटना हुई, मौके पर मौजूद रेलवे पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और घायल जवान को बचाया. हालांकि, घटना को देखने वाले कई यात्रियों में से किसी ने भी CRPF जवान को बचाने की पहल नहीं की। एक यात्री ने आधा प्रयास करते हुए एक कांवड़िये को भीड़ से अलग किया, जिससे कुछ मदद मिली, लेकिन पूरी घटना भयावह थी.
आरोपियों की जमानत और आगे की जांच
हालांकि सात आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू की गई, वे जमानत पर बाहर हैं. अभी तक जांच जारी है और पुलिस संदिग्ध अन्य लोगों की पहचान में जुटी हुई है. मामले की अगली सुनवाई में CCTV फुटेज, गवाहों के बयान और आरोपी कांवड़ियों के बयान निर्णायक भूमिका निभाएंगे.


