गुजरात में 45 साल पुराना पुल बना मौत का फंदा! ब्रिज गिरने से 9 लोगों की गई जान, मची चीख-पुकार
गुजरात में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. वडोदरा जिले में 45 साल पुराना गम्भीरा पुल टूट गया. हादसा पादरा इलाके में सुबह करीब 7:30 बजे हुआ, जिससे कई वाहन महिसागर नदी में जा गिरे. अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 10 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है.

Vadodara bridge collapse: गुजरात के वडोदरा जिले के पाडरा इलाके में बुधवार सुबह एक भीषण हादसे में 45 साल पुराना गंभीरा पुल अचानक टूट गया. यह पुल महिसागर नदी पर बना हुआ था और इसकी जर्जर हालत को लेकर लंबे समय से स्थानीय लोग प्रशासन को चेताते आ रहे थे. हादसा सुबह करीब 7:30 बजे हुआ जब कई वाहन पुल से गुजर रहे थे.
हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य को घायल अवस्था में नदी से बाहर निकाला गया है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, चार वाहन दो ट्रक, एक बोलेरो और एक अन्य जीप महिसागर नदी में गिर गए. मौके पर राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं.
#WATCH | Vadodara, Gujarat | The Gambhira bridge on the Mahisagar river, connecting Vadodara and Anand, collapses in Padra; local administration present at the spot. pic.twitter.com/7JlI2PQJJk
— ANI (@ANI) July 9, 2025
महिसागर नदी में समा गए वाहन
यह हादसा पाडरा तहसील के मुजपुर गांव के पास उस वक्त हुआ जब दो ट्रक, एक बोलेरो और एक जीप पुल पार कर रही थीं. अचानक पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया और सभी वाहन बहती महिसागर नदी में समा गए. हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और बचाव कार्य में जुट गए.
स्थानीयों ने संभाली मोर्चा, रेस्क्यू में की मदद
हादसे के तुरंत बाद मुजपुर गांव और आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे. कई लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए नदी में उतरकर घायलों को बाहर निकाला. कुछ वाहन पूरी तरह से पानी में डूब चुके थे, फिर भी ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर तीन लोगों को बचा लिया. 108 एम्बुलेंस सेवा भी मौके पर तुरंत पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. इस दौरान पुल के पास लोगों ने मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी.
जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता रहा प्रशासन
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह हादसा प्रशासन की घोर लापरवाही का नतीजा है. ग्रामीणों के मुताबिक, पुल की जर्जर हालत को लेकर कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. लोगों का कहना है कि यह पुल वडोदरा और आणंद जिले को जोड़ने का एकमात्र साधन था और बीते वर्षों में इसकी हालत काफी खराब हो चुकी थी.
अधिकारियों की मौजूदगी, जांच शुरू
हादसे के तुरंत बाद पाडरा मामलतदार, लोकल पुलिस और जिला क्राइम ब्रांच के अधिकारीघ टनास्थल पर पहुंचे. राहत और बचाव कार्यों को तेजी से संचालित किया जा रहा है. नदी से वाहनों को निकालने का प्रयास जारी है. गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश हो रही है. अभी भी हादसे में लापता लोगों की संख्या स्पष्ट नहीं हो पाई है.


