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गूगल क्रोम दे सकता है बड़ा झटका! अगस्त से इन एंड्रॉयड फोन पर काम करना बंद कर देगा

यदि आप Android 8.0 या 9.0 पर चलने वाला स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं. तो समय है अपने डिवाइस को अपग्रेड करने या वैकल्पिक ब्राउजर पर स्विच करने का, Google Chrome के इस बदलाव से बचने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दें.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Google Chrome: टेक दिग्गज Google ने हाल ही में घोषणा की है कि उसका लोकप्रिय वेब ब्राउज़र Google Chrome 5 अगस्त 2025 से Android 8.0 Oreo और Android 9.0 Pie ऑपरेटिंग सिस्टम पर सपोर्ट करना बंद कर देगा. यह खबर उन लाखों यूजर्स के लिए झटका है जो अभी भी इन पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले स्मार्टफोन्स का उपयोग कर रहे हैं. Chrome के वर्जन 139 से, जो अगस्त में रिलीज होगा वो केवल Android 10 या उससे ऊपर के वर्जन पर ही ब्राउजर काम करेगा. इसका मतलब है कि पुराने डिवाइस पर Chrome के नए अपडेट और सिक्योरिटी पैच उपलब्ध नहीं होंगे.

किन डिवाइसेज पर पड़ेगा असर?

2017 में लॉन्च हुआ Android 8.0 Oreo और 2018 में लॉन्च हुआ Android 9.0 Pie अब तकनीकी रूप से पुराने हो चुके हैं. इन ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले लोकप्रिय फोन्स में Samsung Galaxy S9, Xiaomi Redmi Note 5, और अन्य 2017-2018 के मॉडल शामिल हैं. भारत जैसे देशों में जहां कई यूजर्स अभी भी पुराने स्मार्टफोन्स का उपयोग करते हैं. और इस खबर के बाद से यह निर्णय एक चुनौती बन सकता है. Google के Chrome सपोर्ट मैनेजर एलेन टी. ने आधिकारिक फोरम पर बताया कि Chrome 138 इन ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करने वाला आखिरी वर्जन होगा.

यूजर्स पर क्या होगा असर?

Android 8.0 और 9.0 पर चलने वाले डिवाइस पर Chrome 138 के बाद नए अपडेट नहीं मिलेंगे. यूजर्स पुराने वर्जन का उपयोग जारी रख सकते हैं. लेकिन बिना सिक्योरिटी अपडेट के ये डिवाइस साइबर खतरों के प्रति असुरक्षित हो जाएंगे. इससे डेटा चोरी और सिस्टम की धीमी गति जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. Google का कहना है कि यह कदम Chrome को आधुनिक तकनीक और सुरक्षा मानकों के साथ अपडेट रखने के लिए जरूरी है.

यूजर्स के लिए विकल्प  

  •  सबसे सुरक्षित विकल्प है Android 10 या उससे ऊपर के ऑपरेटिंग सिस्टम वाले नए डिवाइस पर स्विच करना.  

  •  Firefox जैसे ब्राउज़र Android 5.0 और ऊपर के वर्जन को सपोर्ट करते हैं और नियमित सिक्योरिटी अपडेट प्रदान करते हैं. Microsoft Edge भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है.  

  •  पुराने Chrome वर्जन का उपयोग करने से बचें और डेटा सुरक्षा के लिए विश्वसनीय एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें.

क्यों लिया गया यह फैसला?

Google का कहना है कि पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम नई तकनीकों और फीचर्स को सपोर्ट करने में सक्षम नहीं हैं. Chrome को तेज, सुरक्षित, और उपयोगकर्ता अनुभव के लिए बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है. लेकिन, भारत जैसे बाजारों में, जहां पुराने डिवाइसेज का उपयोग आम है जिससे यूजर्स को असुविधा हो सकती है.

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28 June 2025, 02:40 PM IST

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