IVF नहीं, सिरिंज से बनी मां! UK की महिला की अनोखी प्रेग्नेंसी जर्नी
यूके की एक महिला की मदरहुड जर्नी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. महिला ने बिना शारीरिक संबंध और IVF के एक बच्चे को जन्म दिया. उसने एक दोस्त के स्पर्म और साधारण सिरिंज की मदद से खुद को गर्भवती किया, जिससे लोग हैरान और प्रेरित दोनों हैं.

मां बनना हर महिला के जीवन का एक अनमोल सपना होता है. लेकिन जब यह सपना मुश्किल हालातों से गुजर कर पूरा होता है, तब उसकी अहमियत और बढ़ जाती है. यूके की रहने वाली 36 वर्षीय तान्या बेनेट की कहानी कुछ ऐसी ही है, जिसने समाज की परंपरागत सोच को तोड़ते हुए अपने मां बनने के फैसले से लाखों महिलाओं को प्रेरित किया है.
तान्या ने न सिर्फ मां बनने के लिए एक असामान्य तरीका अपनाया, बल्कि अपने फैसले को गर्व से जी रही हैं. असफल रिश्ते और दो गर्भपातों के बाद तान्या का जीवन निराशा से भर गया था. उन्होंने सोचा था कि शायद अब वे कभी मां नहीं बन सकेंगी. लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी. उन्होंने वो रास्ता चुना, जिसे सुनकर आज लोग हैरान हैं.
IVF नहीं, Calpol सिरिंज से बनी मां
यूके के श्रॉपशायर के टेलफोर्ड में रहने वाली मार्केटिंग मैनेजर तान्या बेनेट ने IVF जैसे महंगे और शारीरिक रूप से थकाऊ इलाज की बजाय एक साधारण Calpol सिरिंज का इस्तेमाल किया. उन्होंने अपने एक दोस्त से स्पर्म लिया और उसे Calpol सिरिंज की मदद से खुद को गर्भवती किया. तान्या ने बताया कि “मैं एक लंबे और असफल रिश्ते से बाहर आई थी. इसके बाद दो गर्भपात हुए, जिससे मेरा आत्मविश्वास टूट गया था. लेकिन मैंने तय किया कि अगर पार्टनर नहीं है तो क्या, मैं मां तो बन सकती हूं.”
मां बनने का अनोखा रास्ता
जब तान्या ने IVF कराने के बारे में सोचा तो उन्हें पता चला कि यह प्रक्रिया काफी महंगी है और उनके बजट में नहीं है. ऐसे में उन्होंने इंटरनेट पर रिसर्च किया और Calpol सिरिंज के इस्तेमाल का फैसला किया. एक दोस्त की मदद से उन्होंने खुद को प्रेग्नेंट किया और अब वो सिंगल मदर बनने जा रही हैं. तान्या ने कहा कि “मैंने अपने बच्चे के लिए एक सुरक्षित और प्यारभरा माहौल तैयार किया है. अगर भविष्य में मेरा बेटा मुझसे पूछेगा कि उसका पिता कौन है, तो मैं उसे सच बताऊंगी.”
मिस्टर राइट का इंतजार क्यों?
तान्या का यह साहसी कदम सिर्फ उनका व्यक्तिगत फैसला नहीं है, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है. उन्होंने अन्य महिलाओं को सलाह दी कि वे मिस्टर राइट का इंतजार न करें. “अगर आप मां बनना चाहती हैं, तो आगे बढ़िए. किसी के भरोसे अपनी खुशियां न टालिए,” तान्या ने कहा. तान्या की यह कहानी समाज की पारंपरिक धारणाओं को चुनौती देती है और यह बताती है कि मातृत्व सिर्फ एक जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक मानसिक और भावनात्मक दृढ़ता का नाम है.


