गुरुग्राम के सरकारी ऑफिस में अफसर नहीं 'डॉग बाबू' कर रहे थे ड्यूटी, वायरल हुआ वीडियो!
साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुरुग्राम के मिनी सचिवालय से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने सरकारी कार्यालयों की हालत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) नेता मनीष मित्तल ने तहसीलदार की सीट पर बैठे एक आवारा कुत्ते का वीडियो शेयर किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुरुग्राम का एक सरकारी दफ्तर इन दिनों सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा में है. वजह है एक वीडियो, जिसमें तहसीलदार की कुर्सी पर कोई अफसर नहीं, बल्कि एक 'डॉग बाबू' यानी कुत्ता आराम फरमाता नजर आ रहा है. यह वीडियो आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष मित्तल ने शेयर किया है, जो मिनी सचिवालय का दौरा करने पहुंचे थे.
मनीष मित्तल ने न सिर्फ वीडियो बनाया बल्कि फेसबुक लाइव के ज़रिए यह पूरी तस्वीर लोगों के सामने रख दी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी कार्यालयों की हालत बेहद खराब है, जहां न कामकाज की गंभीरता दिखती है और न ही साफ-सफाई का ध्यान रखा जाता है.
मनीष मित्तल ने किया लाइव
AAP नेता मनीष मित्तल ने शुक्रवार सुबह गुरुग्राम के मिनी सचिवालय से लाइव होकर इस शर्मनाक स्थिति को उजागर किया। उन्होंने फेसबुक पर लिखा है कि गुरुग्राम में तहसीलदार की सीट पर डॉग बाबू मिला, चारों तरफ गंदगी के ढेर मिले। जागो गुरुग्राम!
इस वीडियो की अवधि लगभग 47 सेकंड की है और इसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि एक आवारा कुत्ता तहसीलदार की कुर्सी पर बैठा हुआ है, जबकि आसपास का माहौल गंदगी से भरा हुआ है. मनीष मित्तल ने कहा कि वह दफ्तर में प्रशासनिक कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे, लेकिन यह दृश्य देखकर वह हैरान रह गए.
सरकारी लापरवाही का प्रतीक बनता दफ्तर
वीडियो में जिस तरह से एक कुत्ता अधिकारी की कुर्सी पर बैठा दिखा, वह इस बात का साफ संकेत है कि यहां निगरानी और अनुशासन का स्तर बेहद कमजोर है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासनिक व्यवस्था अपने हाल पर छोड़ दी गई है.
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
AAP नेता द्वारा शेयर किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। कई यूजर्स इसे प्रशासन की लापरवाही और गैर-जिम्मेदारी का प्रतीक बता रहे हैं। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि अगर ऐसे हालात राजधानी से सटे गुरुग्राम में हैं, तो बाकी हरियाणा का क्या हाल होगा?
कार्रवाई की मांग तेज
इस घटना को लेकर आम जनता में भी नाराजगी देखने को मिल रही है। कई लोग इस वीडियो को टैग करते हुए जिला प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर तहसीलदार की सीट इतनी लावारिस कैसे हो सकती है, जहां कोई भी जाकर बैठ जाए फिर चाहे वह जानवर ही क्यों न हो?
प्रशासन की चुप्पी
वीडियो वायरल होने के बावजूद फिलहाल जिला प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। ना ही यह स्पष्ट किया गया है कि यह घटना किस समय की है और क्या इस पर कोई कार्रवाई की जाएगी.
जनता में गुस्सा, जवाब की मांग
इस तरह की घटनाएं सरकारी तंत्र की साख पर सवाल खड़े करती हैं। आम जनता को भरोसा चाहिए कि जो सिस्टम उनके अधिकारों की रक्षा करता है, वह खुद भी जिम्मेदारी से चले। मनीष मित्तल का यह वीडियो प्रशासन के लिए एक आईना है, जिसे नजरअंदाज़ करना अब मुश्किल है.


