Pakistan stock market: ऑपरेशन सिंदूर से कांपा पाकिस्तान! कराची स्टॉक एक्सचेंज 6% गिरा
Pakistan stock market: ऑपरेशन सिंदूर का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर साफ दिखने लगा है. भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई के अगले ही दिन कराची स्टॉक एक्सचेंज बुरी तरह लड़खड़ा गया है. बाजार खुलते ही KSE-100 इंडेक्स में करीब 6% की भारी गिरावट दर्ज की गई.

Pakistan stock market: भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की गूंज अब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में भी सुनाई देने लगी है. बुधवार 7 मई को कराची स्टॉक एक्सचेंज में शुरुआती कारोबार के दौरान ही बड़ी गिरावट दर्ज की गई. प्रमुख सूचकांक KSE-100 लगभग 6,272 अंकों की गिरावट के साथ 107,296.64 के स्तर पर आ गया, जो मंगलवार के 113,568.51 के स्तर से करीब 5.5% नीचे था.
भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई से क्षेत्रीय तनाव गहराने लगा है, जिसका सीधा असर पाकिस्तान के बाजार और निवेशकों की मनोस्थिति पर पड़ा है. विश्लेषकों का मानना है कि इस गिरावट का कारण सिर्फ बाजार की चाल नहीं, बल्कि भारत की निर्णायक नीति और आतंक के खिलाफ उसकी सक्रियता भी है.
पाकिस्तान का शेयर बाजार क्रैश
भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी अड्डों को निशाना बनाते हुए सटीक सैन्य कार्रवाई की. इस मिशन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया. हमले में बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना तबाह कर दिया गया. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी.
अप्रैल से अब तक 9,930 अंकों की गिरावट
पहलगाम हमले के बाद से अब तक KSE-100 इंडेक्स करीब 9,930 अंक टूट चुका है. अप्रैल महीने में इंडेक्स में 6% से अधिक की गिरावट देखी गई थी, जो अगस्त 2023 के बाद की सबसे बड़ी मासिक गिरावट थी.
हालांकि 2024 में KSE-100 में 86% की जबरदस्त तेजी आई थी, जो पिछले 22 वर्षों की सबसे बड़ी छलांग थी. उस समय पाकिस्तान में विदेशी निवेशकों की रुचि तेजी से बढ़ी थी, लेकिन 2025 की शुरुआत से अब तक बाजार 1.1% नीचे आ चुका है.
डगमगाया विदेशी निवेशकों का भरोसा
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव निवेशकों को डरा रहा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत-पाक तनाव से घरेलू और विदेशी निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है. BlackRock और Eaton Vance जैसी वैश्विक एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने हाल के महीनों में पाकिस्तान के बाजार में निवेश बढ़ाया था, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों ने उनके भरोसे को झटका दिया है.
भारत के बाजार में बनी रही स्थिरता
वहीं भारत के शेयर बाजारों में बुधवार को किसी बड़ी अस्थिरता के संकेत नहीं मिले. एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारत की कार्रवाई सीमित, रणनीतिक और गैर-उकसावे वाली रही, इसलिए घरेलू बाजारों में घबराहट नहीं फैली. सेंसेक्स में इस दौरान लगभग 1.5% की तेजी देखी गई.


