भारतीयों की अब UAE में गोल्डेन एंट्री! गोल्डन वीजा शुल्क 4 करोड़ से घटकर 23 लाख में लाइफटाइम के लिए मिलेगा
संयुक्त अरब अमीरात ने भारतीयों के लिए एक नया गोल्डन वीजा कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहद लगभग 23 लाख रुपये में आजीवन निवास की सुविधा उपलब्ध है, जो पहले के 4 करोड़ रुपये के शुल्क से काफी कम है. इस वीजा के तहद 5,000 से ज्यादा आवेदन आने की उम्मीद जताई जा रही है.

UAE Golden Visa: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए अपने गोल्डन वीजा में एक बड़े बदलाव की घोषणा की है. अब भारतीयों को केवल 23 लाख रुपये (AED 1,00,000) की एकमुश्त राशि देकर यूएई में आजीवन निवास की सुविधा ले सकते हैं. यह नया नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा कार्यक्रम निवेश आधारित पुरानी प्रणाली से एक बड़ा बदलाव है, जिसमें पहले 4.66 करोड़ रुपये (AED 2 मिलियन) की संपत्ति या व्यवसाय में निवेश की आवश्यकता होती थी. यह कदम भारत और यूएई के बीच बढ़ते व्यापारिक, सांस्कृतिक और भू-राजनीतिक संबंधों को बताता है, जो 2022 में लागू हुए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) के बाद और मजबूत हुए हैं. पहले चरण में भारत और बांग्लादेश को शामिल किया गया है, और अगले तीन महीनों में 5,000 से अधिक भारतीयों के इस वीजा के लिए आवेदन करने की उम्मीद है.
क्या है गोल्डन वीजा?
पहले UAE का गोल्डन वीजा मुख्य रूप से उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों के लिए था, जिन्हें संपत्ति या व्यवसाय में भारी निवेश करना पड़ता था. लेकिन नई नामांकन-आधारित नीति के तहत, भारतीय अब बिना किसी संपत्ति या व्यवसाय में निवेश के केवल 23.3 लाख रुपये का जमा करके स्थायी निवास प्राप्त कर सकते हैं. यह वीजा आजीवन वैध रहेगा, जो पुरानी संपत्ति-आधारित वीजा नीति से अलग है, जहां संपत्ति बिक्री या विभाजन के बाद वीजा समाप्त हो जाता था.
कार्य और चयन प्रक्रिया
शुल्क में कमी ने खुशी बढ़ाया है, लेकिन यह वीजा केवल पैसे के भुगतान से नहीं मिलेगा. आवेदकों को एक कई नामांकन और पूरी जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा. “जब कोई आवेदक इस गोल्डन वीजा के लिए आवेदन करेगा, तो हम पहले उनकी पृष्ठभूमि की जांच करेंगे, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक रिकॉर्ड की जांच के साथ-साथ उनके सोशल मीडिया की भी जांच होगी.” इसके बाद, आवेदन को UAE सरकार के पास भेजा जाएगा, जो अंतिम निर्णय लेगी. कार्य के लिए आवेदकों को यूएई के सांस्कृतिक, वित्तीय, व्यापार, विज्ञान, स्टार्टअप या पेशेवर सेवा क्षेत्रों में योगदान देने की क्षमता साबित करनी होगी. इस योजना में शिक्षक (15+ वर्ष का अनुभव), विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, शोधकर्ता, वैज्ञानिक, अनुभवी नर्स, यूट्यूबर, पॉडकास्टर (25+ वर्ष की आयु), और यहां तक कि लक्जरी यॉट मालिक भी आवेदन कर सकते हैं.
आवेदन प्रक्रिया
आवेदन प्रक्रिया को काफी सरल बनाया गया है. भारतीय नागरिक भारत में वन वास्को केंद्रों, रायद ग्रुप के कार्यालयों, ऑनलाइन पोर्टल या समर्पित कॉल सेंटर के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. रायद कमाल ने बताया, “आवेदक भारत से ही प्री-अप्रूवल प्राप्त कर सकते हैं, बिना यूएई आने की आवश्यकता के.” स्वीकृत वीजा धारक अपने परिवार के सदस्यों, घरेलू कर्मचारियों और ड्राइवरों को भी प्रायोजित कर सकते हैं.
UAE का नई रणनीतिक कदम
UAE का यह कदम खाड़ी देशों के बीच वैश्विक प्रतिभा और निवेश को आकर्षित करने की प्रतिस्पर्धा का एक हिस्सा है. एक सर्वेक्षण के अनुसार, यूएई में इंजीनियरिंग, बिक्री, विपणन, साइबर सुरक्षा, एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में सही प्रतिभा की कमी है. इस नई नीति के जरिए यूएई भारत जैसे देशों से उच्च क्षमता वाले पेशेवरों को आकर्षित करना चाहता है.
गोल्डन वीजा के लाभ
गोल्डन वीजा धारकों को कई लाभ मिलेंगे, जैसे कोई आयकर, पूंजीगत लाभ कर या विरासत कर नहीं देना होगा. यह वीजा धारक को यूएई में किसी भी व्यवसाय या पेशेवर कार्य करने की स्वतंत्रता देता है. इसके अलावा, यह संपत्ति से जुड़ा नहीं है, इसलिए संपत्ति बेचने पर भी निवास की स्थिति बरकरार रहेगी. रायद कमाल ने कहा, “यह वीजा आपको दुबई में परिवार के साथ बसने, नौकरों और ड्राइवरों को रखने और किसी भी व्यवसाय या पेशे में काम करने की पूरी आजादी देता है.”


