न CM चेहरा तय, न सीटें... महागठबंधन की 7वीं बैठक में नहीं बनी बात, क्या फिर खेला करेंगे मुकेश सहनी
बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन लगातार बैठकें कर रहा है, लेकिन अब तक सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर सहमति नहीं बन पाई है. 30 जुलाई को तेजस्वी यादव के आवास पर हुई सातवीं बैठक भी बिना नतीजे समाप्त हुई. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी बैठक में शामिल नहीं हुए. कांग्रेस और अन्य दलों ने कहा कि सभी मिलकर निर्णय लेंगे और जल्द समाधान निकलेगा.

बिहार में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनाव आयोग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. दूसरी तरफ एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने भी अनौपचारिक रूप से चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है. हालांकि विपक्षी गठबंधन यानी महागठबंधन अब तक तैयारी की कोशिशों में ही जुटा हुआ है. महागठबंधन के द्वारा लगातार बैठके की जा रही है, पर इसक कोई ठोस रणनीति सामने निकल कर नहीं रही है.
7वीं बैठक में भी नहीं बनी सहमति
30 जुलाई को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की सातवीं बैठक हुई. यह बैठक करीब तीन घंटे चली लेकिन चर्चा पुराने मुद्दों पर ही अटकी रही. सीट बंटवारे (सीट शेयरिंग) और मुख्यमंत्री पद के चेहरे (सीएम फेस) को लेकर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हो सका. बैठक में कांग्रेस, सीपीएम और वीआईपी सहित सभी सहयोगी दलों के नेता शामिल हुए, लेकिन फैसले नहीं हो पाए.
सीट बंटवारे पर अभी भी असमंजस
बैठक के दौरान जब कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारू से सीटों की मांग पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि हर दल की अपनी मांग होती है और कांग्रेस की भी है. उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी दल मिलकर कोई समाधान निकालेंगे. वहीं, सीपीएम नेता कुणाल कुमार ने मुकेश सहनी की 60 सीटों की मांग को "आंतरिक मामला" बताकर टाल दिया.
मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर नहीं बनी सहमति
बैठक में सीएम फेस को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका. कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने इस मुद्दे पर जवाब देने से बचते हुए कहा कि जो भी फैसला होगा, उसे सार्वजनिक किया जाएगा. उन्होंने केवल इतना कहा कि महागठबंधन की सभी पार्टियां 273 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगी और उम्मीदवार INDIA गठबंधन के बैनर तले होंगे.
मुकेश सहनी की गैरमौजूदगी बनी चर्चा का विषय
बैठक में VIP पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी शामिल नहीं हुए. इस पर वीआईपी के प्रदेश अध्यक्ष बाल मुकुंद ने कहा कि सहनी पारिवारिक कारणों से बाहर हैं. हालांकि उनकी गैरहाज़िरी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या महागठबंधन के भीतर सब कुछ ठीक है.
मुद्दे वही, समाधान अधूरा
महागठबंधन की यह सातवीं बैठक थी, लेकिन चर्चा अब भी सीट बंटवारे और नेता के नाम पर ही सिमटी हुई है. इससे साफ है कि विपक्षी खेमे में तालमेल की कमी अब भी बनी हुई है. चुनाव नज़दीक हैं, लेकिन रणनीति अब भी अधूरी है. अगर महागठबंधन जल्द फैसला नहीं करता, तो इसका असर चुनावी नतीजों पर साफ दिख सकता है.


