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भारत का फॉरेक्स रिजर्व 702 अरब डॉलर के पार, 9 महीने बाद बड़ी छलांग

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद देश का फॉरेक्स रिजर्व 700 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है, जिससे भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों की सूची में बना हुआ है जिनके पास सबसे बड़ा विदेशी भंडार है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार यानी फॉरेक्स रिजर्व ने एक बार फिर 700 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया है. यह उपलब्धि भारत को करीब 9 महीने बाद हासिल हुई है. इससे पहले अक्टूबर 2024 में भारत का फॉरेक्स रिजर्व इस स्तर पर पहुंचा था. अब भारत का नाम उन चार देशों में शामिल है जिनके पास सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है – चीन, जापान, स्विट्ज़रलैंड और भारत.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश का कुल फॉरेक्स रिजर्व 27 जून को समाप्त सप्ताह में 4.84 अरब डॉलर बढ़कर 702.78 अरब डॉलर हो गया. हालांकि ऑलटाइम हाई को तोड़ने के लिए भारत को अभी 2.1 अरब डॉलर और जुटाने होंगे, लेकिन मौजूदा रफ्तार को देखते हुए यह रिकॉर्ड भी जल्द टूट सकता है.

702 अरब डॉलर पर पहुंचा भारत का फॉरेक्स रिजर्व

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के मुताबिक, 27 जून को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.84 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 702.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह अक्टूबर 2024 के बाद पहली बार हुआ है जब भारत का फॉरेक्स रिजर्व इस स्तर पर पहुंचा है. इस आंकड़े के साथ भारत अब फिर से अपने लाइफटाइम हाई से सिर्फ 2.1 अरब डॉलर पीछे है. सितंबर 2024 में भारत का अब तक का उच्चतम विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर था.

फॉरेन करेंसी असेट्स में ज़बरदस्त उछाल

RBI की रिपोर्ट में बताया गया कि विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे बड़ा योगदान फॉरेन करेंसी असेट्स का रहा, जो कि 5.75 अरब डॉलर बढ़कर 594.82 अरब डॉलर हो गया. फॉरेन करेंसी असेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं की वैल्यूएशन भी शामिल होती है. इन मुद्राओं की मजबूती ने भी भारत के भंडार को बढ़ाने में मदद की.

गोल्ड रिजर्व में गिरावट

जहां फॉरेन करेंसी असेट्स में बढ़त दर्ज की गई, वहीं देश के गोल्ड रिजर्व में गिरावट देखी गई है. रिपोर्ट के अनुसार, 27 जून को समाप्त सप्ताह में गोल्ड रिजर्व 1.23 अरब डॉलर घटकर 84.5 अरब डॉलर रह गया. यह कमी आंशिक रूप से वैश्विक गोल्ड प्राइस में उतार-चढ़ाव के कारण हो सकती है.

SDR और IMF रिजर्व में बढ़ोतरी

रिज़र्व बैंक ने यह भी बताया कि स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) में 15.8 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 18.83 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इसके अलावा इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 17.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.62 अरब डॉलर हो गया.

पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में भी सुधार

भारत की तरह ही पड़ोसी देश पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के मुताबिक, 30 जून तक पाकिस्तान का कुल फॉरेक्स रिजर्व बढ़कर 14.51 अरब डॉलर हो गया. पिछले साल की तुलना में यह 5.12 अरब डॉलर की बढ़ोतरी है. हालांकि 2024-25 के अंत तक 14 अरब डॉलर का टारगेट हासिल करने में वह थोड़ा पिछड़ गया था.

चीन ने दी पाकिस्तान को आर्थिक राहत

इस बढ़ोतरी में सबसे बड़ी भूमिका चीन की रही, जिसने हाल ही में पाकिस्तान को 3.4 अरब डॉलर से अधिक का लोन दिया. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग ने पिछले तीन वर्षों से स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास रखे 2.1 अरब डॉलर को वापस ले लिया और 1.3 अरब डॉलर के कमर्शियल लोन को रीफाइनेंस किया. इसके अलावा मिडिल ईस्ट कमर्शियल बैंकों और बहुपक्षीय संस्थानों से भी पाकिस्तान को कुल 1.5 अरब डॉलर की सहायता मिली.

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05 July 2025, 08:58 AM IST

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